
पीपीई क्या है? पीपीई का फुल फॉर्म
व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए उपयोग किये गए उपकरणों को पीपीई कहते है, यह भी परिवर्णी शब्द पीपीई से जाना जाता कार्यकर्ताओं द्वारा इस्तेमाल किया उच्च जोखिम से जुड़े काम में उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए किसी भी उपकरण या उत्पाद हैं।
पीपीई क्या है?
दोस्तो, पीपीई को साधन भी कहते हैं, यह हमें व हमारे मूल्यवान अंगों को अचानक से लगने वाली हल्की चोट से बचाते हैं।
पीपीई की फुल फॉर्म
दोस्तों, इसकी हिंदी भाषा में फुल फॉर्म “वैयक्तिक रक्षक उपकरण” होती है। और इसकी इंगलिश भाषा में फुल फॉर्म “Personal Protective Equipment” होती है।
पीपीई के मुख्य उपकरण :
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- हेलमेट
- दस्ताने
- जूते
- चश्मे
- ईयर प्लग
- मास्क
- बेल्ट, आदि।
पीपीई के उपकरण
वर्कशॉप या कंपनियों में मुख्य भूमिका पीपीई की होती है। वर्कर को काम करने से पहले पीपीई पहनने के लिए बताया जाता है, लेकिन प्रत्येक स्थान पर वर्क करने के लिए कुछ अलग पीपीई रहती है। मैंने वैल्डिंग शॉप में वैल्डिंग करते समय उपयोग होने वाली पीपीई के बारे में बताया है, जो कि निम्न प्रकार से है-
1.चश्मा

इसे ऐनक के नाम से भी जानते हैं। वैल्डिंग शॉप में उपयोग होने वाला चश्मे का शीशा गहरे काले रंग का होता है। इसके शीशे की साइडें कर्व के आकार में होते हैं, जिससे आंखे पूरी तरह ढक जाती हैं। इसका उपयोग गैस वैल्डिंग व आर्क वैल्डिंग दोनों में किया जाता है।
2.दस्ताने

वैल्डिंग शॉप में उपयोग होने वाले दस्ताने क्रोम चमड़े के बनाए जाते हैं। क्योंकि इस पर गर्म धातु का बहुत हल्का प्रभाव होता है। इसलिए यह दस्ताने वैल्डिंग करते समय जॉब पर पिघली हुई धातु के कारणवश छिटक जाने पर भी हाथ को कोई नुकसान नहीं होता है।
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3.हैण्ड शील्ड एवं फेस शील्ड

वैल्डिंग शॉप में, जब आर्क वैल्डिंग की जाती है, तब वैल्डिंग वाले स्थान से कुछ किरणें निकलती हैं। यह किरणें अल्ट्रावॉयलेट और इन्फ्रारैड होती हैं। यदि किसी कारणवश, यह किरणें हमारी आंखों के सम्पर्क में आ जाएं। तो हमारी आंखों में जलन पड़ने लगेगी। और साथ ही सिरदर्द भी होने लगे लगेगा। तो इन सभी समस्याओं से बचने के लिए व चेहरे, सिर व आंख की सुरक्षा के लिए फेस शील्ड या हैण्ड शील्ड का उपयोग किया जाता है।
4.लेग गार्ड
इसे सुरक्षा जूते भी कहते हैं, यह क्रोम चमड़े के बने होते हैं। यह वैल्डिंग करते समय हमारे पैरों की सुरक्षा करते हैं। यदि वैल्डिंग करते समय कारणवश कोई लोहे का टुकड़ा पैर पर गिर जाए। तो पैर पर चोट नहीं लगती है।
5.एप्रन
इसका उपयोग वैल्डिंग करते समय शरीर और कपड़ो को जलने से बचाने के लिए किया जाता है। इसे डांगरी भी कहते हैं, यह भी क्रोम चमड़े का बना होता है।
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