
Computer kya hai?
यह एक Machine है जिसे अंकगणित या तार्किक संचालन के अनुक्रमों को स्वचालित रूप से करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है। आधुनिक कंप्यूटर प्रोग्राम के रूप में ज्ञात संचालन के सामान्य सेट कर सकते हैं। यह Program Computer को कई तरह के कार्य करने में सक्षम बनाते हैं।
Computer kya hai?
‘Computer‘ शब्द लैटिन भाषा के ‘Compute‘ शब्द से बना है, जिसका अर्थ है- ‘गणना करना’। अर्थात् Computer का शाब्दिक अर्थ है- गणना करने वाला।
कंप्यूटर एक स्वचालित व कंप्यूटर चालक द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों के अनुसार काम करने वाली Electronic Device है, जिसमें डाटा को प्राप्त, इकट्ठा अथवा प्रदर्शित करने की क्षमता होती है।

इस Device द्वारा प्राप्त डाटा का उपयोग करते हुए किसी Program के निर्देशों के अनुसार गणितीय, तार्किक अथवा मैनिपुलेटिव क्रियाओं को करते हुए सूचना को अनेकों इच्छित रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। किसी भी तरह का कंप्यूटर, चाहें वह छोटा हो या बड़ा, पुराना हो या नया, उसकी मूल संरचना हमेशा एक ही तरह की होती है।
दूसरे शब्दों में- Computer एक ऐसी मशीन है जो गणना करती है या गणनाओं को करने में हमारी मदद करती है। आजकल कंप्यूटरों का जो रूप चल रहा है उसमें गणना करना अर्थात गुणा करना, भाग देना, जोड़ना, घटाना आदि गणितीय क्रियाएं करना तो Computer द्वारा किए जाने वाले बहुत से कामों का एक छोटा सा भाग मात्र है।
महत्वपूर्ण लिंक: कंप्यूटर की सीमाएं (limitations of the Computer)
लेकिन शुरुआत में कंप्यूटर की कल्पना और विकास एक ऐसे यंत्र के रूप में किया गया था, जो अधिक गति से गणनाएं कर सके। इसके बाद में कंप्यूटर के विलक्षण क्षमताओं और विशेषताओं को देखकर इसका उपयोग अनेकों कामों में किया जाने लगा है।
Computer का हिंदी भाषा में नाम ‘संगणक‘ है, परन्तु इसका नाम आज के समय में Computer ही प्रचलित है। अधिकतर लोग इसका यही नाम बोलते हैं। इसका हिंदी नाम बहुत कम लोगों को मालूम है।
विगत कुछ वर्षों में कंप्यूटर ने जितनी उन्नत की है शायद ऐसी किसी और ने की होगी। कंप्यूटर की उन्नत के कारण ही आज हमारे दैनिक जीवन के हर क्षेत्र में कंप्यूटर ने अपना एक अलग स्थान बना लिया है। कंप्यूटर की लगातार बढ़ती क्षमताओं के फलस्वरूप इसका उपयोग Daily नए कार्यक्षेत्रों में बढ़ता जा रहा है।
इसमें ऐसी-ऐसी सुविधाएं उपस्थित हैं जिससे हम दूर स्थित अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार की आवाज सचित्र सुन सकते हैं। इसका कहने का अर्थ यह है कि अब Computer गिनी-चुनी जगहों पर काम आने वाली कमजोर मशीन नहीं रह गई है, बल्कि घरेलू उपयोग की वस्तु हो गई है। इसीलिए अधिकतर लोग वर्तमान युग को ‘कंप्यूटर का युग’ कहने लगे हैं।
महत्वपूर्ण लिंक: कंप्यूटर का परिचय ( introduction of Computer)
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भारत में Computer की शुरुआत
दोस्तों, हमारे भारत में कंप्यूटरों का use बहुत देर से हुआ। सन् 1980 के बाद के दशक में India में कंप्यूटरों का use अचानक से बढ़ने लगा है। इसके अधिक उपयोग के मुख्य दो कारण हैं-
- कंप्यूटरों के साथ इनपुट-आउटपुट और Storage की सुविधाओं का विकास हुआ, जिससे कंप्यूटर का उपयोग करना आसान हो गया।
- कंप्यूटर की कीमत कम हो गई साथ इसकी देखभाल सरल हो जाने के कारण बड़े-बड़े Educational Institute और Business Organizations द्वारा कंप्यूटर लगाना आसान हो गया। शिक्षण संस्थानों में कंप्यूटर के आ जाने से विद्यार्थियों की पढ़ाई में रूचि की वृद्धि हुई और इसकी शिक्षा की मांग हुई।
इतनी सुविधा होने के बावजूद भी सन् 1995 तक कंप्यूटर केवल बड़े व्यापारी का सरकारी संस्थानों तक ही सीमित रहें। हमारे भारत में कंप्यूटर की क्रांति सन् 1995 के बाद ही आई थी। जब उस समय पर्सनल कंप्यूटर सर्व सुलभ हो गए और उनकी कीमत भी छोटे विद्यालय तथा व्यापारियों की पहुंच में आ गया।
इसके साथ ही कंप्यूटरों की संख्या और उपयोग दिन दूना रात चौगुना बढ़ने लगी। उस समय लगभग सभी विद्यालयों में कंप्यूटरों की शिक्षा दी जाने लगी थी। GIST तकनीक का विकास करके भारतीय भाषाओं (Indian Language) में कंप्यूटर काम करना सरल बनाया। इस Institute ने Super Computers का भी निर्माण किया है। इसी Institute द्वारा विकसित किया गया परम 10000 नामक सुपर कंप्यूटर बहुत Powerful है। यह पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर निर्भर है।
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