आउटसाइड माइक्रोमीटर क्या है?
“वह माइक्रोमीटर जिसके द्वारा किसी जॉब या तार के बाहरी व्यास की जांच की जा सकती है, आउटसाइड माइक्रोमीटर कहलाता है”।इसके द्वारा 0.001” या 0.01 मिमी की शुद्धता मे माप ली जा सकती है।
भाग(Parts)
1.फ्रेम(Frame)
यह “U” आकार का होता है,यह प्रायः कास्ट स्टील का बना होता है। जिसके एक सिरे पर (बाएं सिरे पर) एनविल तथा दूसरे सिरे पर अन्य भाग फिट रहते हैं।
2.स्पिण्डल(Spindle)
यह प्रायः क्रोमियम स्टील (Cromiam steel) का बना होता है, इसका लगभग आधा भाग प्लेन होता है, और दूसरे भाग पर चूड़ियां बनी होती हैं, यह थिम्बल के साथ जुड़ा रहता है।
3.स्लीव(Sleeve)
यह प्रायः क्रोमियम स्टील (Cromiam Steel) का बनी होती है, इसे बैरल भी कहते हैं, इस पर चूड़ियां बनी होती हैं।
4.एनविल(Anvil)
यह प्रायः क्रोमियम स्टील (Cromiam Steel) का बना होता है, यह प्रायः फ्रेम के एक सिरे पर जुड़ा रहता है। एनविल के एक सिरे पर हाईकार्बन स्टील या टंग्स्टन कार्बाइड की टिप लगी होती है।
5.थिम्बल(Thimble)
यह प्रायः क्रोमियम स्टील (Cromiam Steel) का बना होता है, जिसके एक सिरे पर नर्सिंग होती है, तथा दूसरा सिरा बेवल होता है। इस बेवल सिरे पर निशान बने होते हैं।
6.रैचेट(Ratchet)
प्रत्येक मनुष्य की शक्ति अलग-अलग होती है, माइक्रोमीटर से रीडिंग लेते समय मनुष्य की ताकत के अनुसार कुछ कम या अधिक हो सकती है। इस कमी को दूर करने के लिए माइक्रोमीटर के साथ रैचेट स्टॉक (Ratchet Stock) लगाया जाता है। रैचेट का प्रयोग करके रीडिंग लेते समय एक जैसा अनुभव होता है, जिससे कि एक जैसी रीडिंग ली जा सकती है, और गलती होने की संभावना नहीं रहती है।
7.लॉक नट(Lock Nut)
रीडिंग लेने के बाद स्पिण्डल को लॉक करने के लिए लॉक नट (Lock Nut)का प्रयोग किया जाता है।
मीट्रिक माइक्रोमीटर पढ़ने की विधि
मीट्रिक माइक्रोमीटर के स्पिण्डल की पिच 0.5 मिमी होता है। स्लीव पर निशान लाइनों के दो सेट में अंकित होते हैं। एक सेट की लाइन के ऊपर निशान मिमी तथा दूसरे सेट की लाइन के नीचे आधा मिमी में रहते हैं। और थिम्बल 50 समान भागो में बांटा होता है, जिसके प्रत्येक भाग का मान 0.01 मिमी होता है।
रीडिंग लेते समय मुख्य बातों ध्यान रखना चाहिए
- सबसे पहले यह देखो कि माइक्रोमीटर किस साइज का है, 0-25, 25-50, 50-75, 75-100
- बैरल पर मिमी वाले कितने भाग थिम्बल के बेवल घेर (Cover) से बाहर हैं।
- थिम्बल के बेवल एज के पहले 1/2मिमी वाला भाग यदि बाहर निकल जाता है, तो उसको रीडिंग में जोडां जाता है।(स्लीव पर डेटम लाइन के ऊपर वाला भाग 1मिमी तथा नीचे वाला भाग 1/2मीमी का होता है।)
- अंत में यहां देखा जाता है, कि थिम्बल का कौन सा भाग डेटम लाइन की सीध में है।(मान लिया थिम्बल का 25वां भाग डेटम लाइन से मिल रहा है तो 25 की गुणा 0.01मिमी से कर देंगे।)
ब्रिटिश माइक्रोमीटर पढ़ने की विधि
आउटसाइड माइक्रोमीटर द्वारा माप लेते समय सबसे पहले स्लीव पर दिखाई देने वाले मुख्य डिवीजन को पढ़ना चाहिए। इसके पश्चात स्लीव के 1 इंच के 40वें भाग जिन्हें सब डिवीजन कहते हैं, को गिनना (Count) चाहिए। और अंत में थिम्बल डिवीजन के छोटे निशान को जो कि डेटम लाइन के ठीक सीध में होता है, को पढ़ना चाहिए। अब सभी को जोड़कर माइक्रोमीटर की रीडिंग (Reading of Micrometer) का मान जांच (Check) कर लेना चाहिए।
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