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ऊष्मा क्या है? ऊष्मा के मात्रक

ऊष्मा क्या है? ऊष्मा के मात्रक व इसके प्रभाव

दोस्तों, मेरी बेवसाइट आपका स्वागत है, मैंने इस पोस्ट में ऊष्मा क्या है? ऊष्मा के मात्रक व प्रभाव के बारे में वर्णन किया है, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए। तो चलिए शुरू करते हैं-

ऊष्मा क्या है? (What is Heat?)

यह एक प्रकार की ऊर्जा होती है, जो कि ताप के अन्तर के कारण अधिक तापमान की वस्तु से निम्न तापमान की वस्तु की ओर प्रवाहित होती है, ऊष्मा की यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है, जब तक कि दोनों वस्तुओं के ताप समान नहीं हो जाते।

heat kya hai
What is Heat?

वह भौतिक कारण जिससे हमें ठण्डक या गर्मी का अनुभव होता है, ऊष्मा कहलाता है।

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ऊष्मा के मात्रक (Units of Heat)

यह निम्न प्रकार से हैं-

1.कैलोरी

एक ग्राम शुद्ध जल का तापमान 1°C तक बढ़ाने के लिए जितनी ऊष्मा की आवश्यकता होती है, उसे एक कैलोरी कहते हैं।

1 कैलोरी = 4.18 जूल

2.जूल

एक जूल वह ऊष्मा है, जो 1/4.2 ग्राम जल का तापमान 1°C बढ़ाने में खर्च होती है।

1 जूल = 1.42 कैलोरी

3.ब्रिटिश थर्मल यूनिट

एक पौण्ड पानी का तापमान 1°C बढ़ाने के लिए जितनी ऊष्मा की आवश्यकता होती है, उसे एक ब्रिटिश थर्मल यूनिट कहते हैं।

1 ब्रिटिश थर्मल यूनिट = 252 कैलोरी

4.सेन्टीग्रेड हीट यूनिट

एक पौण्ड पानी का तापमान 1°C बढ़ाने के लिए जितनी ऊष्मा की आवश्यकता होती है, उसे सेंटीग्रेड हीट यूनिट कहते हैं।

1 सेंटीग्रेड हीट यूनिट = 453.6 कैलोरी

5.कॉन्टीनेन्टल इंजीनियर्स यूनिट

एक किलोग्राम पानी का तापमान बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊष्मा को कॉन्टीनेन्टल इंजीनियर्स यूनिट कहते हैं।

6.थर्म

यह एक प्रकार की विशेष यूनिट होती है, यह गैस कंपनियों में विशेष रूप से उपयोग में लाई जाती है। यह 1000 पौण्ड पानी का तापमान 100°F बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा है।

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ऊष्मा के प्रभाव (Effects of Heat)

इसके प्रभाव निम्न प्रकार से हैं-

1.आकार में परिवर्तन

अधिकतर धातुएं ऐसी होती हैं, जिनका तापमान बढ़ाने पर आयतन बढ़ जाता है, और तापमान कम होने पर आयतन कम हो जाता है।

2.ताप परिवर्तन

कुछ वस्तुओं को ऊष्मा देने पर या गर्म करने से किसी वस्तु की गर्मी बढ़ जाती है, और ऊष्मा लेने पर वह ठण्डी हो जाती है।

3.विद्युत प्रभाव

ऊष्मा का प्रभाव विद्युत में भी देखने को मिलता है, क्योंकि विद्युत धारा का प्रवाह ऊष्मा के प्रभाव के कारण ही होता है।

4.अवस्था में परिवर्तन

जब पानी को ठण्डा करें अर्थात् पानी की ऊष्मा ले लें, तब पानी बर्फ बन जाएगा। और जब बर्फ को ऊष्मा दे दें, तब बर्फ पानी बन जाएगा।

5.भौतिक गुणों में परिवर्तन

ऊष्मा, वस्तुओं के भौतिक गुणों, जैसे- भंगुरता, कठोरता आदि में परिवर्तन ला देती है।

6.रासायनिक परिवर्तन

बहुत से ऐसे पदार्थ होते हैं, जो कि सामान्य तापमान पर आपस में नहीं मिलते हैं, और गर्म करने पर आपस में मिल जाते हैं।

दोस्तों, यदि आपको ऊष्मा क्या है? पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताएं।

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