दोस्तों, आईटीआई (ITI) कोर्स डॉट कॉम में आपका स्वागत (Welcome) है, आज की इस पोस्ट में टू स्ट्रोक इंजन किसे कहते है? (Two Stroke engine kise kahate hai?) टू स्ट्रोक इंजन के भाग व टू स्ट्रोक इंजन का वर्किंग प्रोसेस आदि के बारे में बताया गया है। यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट (Post) को पढ़िए और जानकारी प्राप्त कीजिए।
टू स्ट्रोक इंजन किसे कहते हैं?
ऐसा इंजन, जिसमें ईंधन (fuel) का यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तन का चक्र काल दो चरणों या टू स्ट्रोक में पूरा होता है, उसे टू स्ट्रोक इंजन (Two Stroke engine) कहते हैं।
टू स्ट्रोक इंजन के भाग (Parts of two Stroke)
टू स्ट्रोक इंजन के भाग निम्न प्रकार से हैं-
1.स्पार्क प्लग (Spark Plug)
इंजन में सबसे ऊपर यह भाग लगा होता है, जो कि स्पार्क उत्पन्न करने का काम करता है और तेल (oil) को बर्न करता है।
2.इंजन सिलेंडर (Engine Cylinder)
इंजन (Engine) का यह भाग स्पार्क प्लग (Spark Plug) के बाद फिट होता है, इस भाग के अंदर पिस्टन मूव (Piston Move) करता है।
3.तीन पोर्ट्स
इंजन सिलेंडर के बाद तीन पोर्ट्स लगे होते हैं, जिसमें से पहले पोर्ट का नाम एग्जॉस्ट पोर्ट है, दूसरे पोर्ट का नाम इनलेट पोर्ट है तथा तीसरे पोर्ट का नाम ट्रांसफर पोर्ट है।
ट्रांसफर पोर्ट तेल (oil) को ट्रांसफर करने का काम करता है।
4.पिस्टन (Piston)
स्पार्क प्लग, इंजन सिलेंडर, तीन पोर्ट्स के बाद पिस्टन लगा रहता है, यह भाग (पिस्टन) सिलेंडर के भीतर ऊपर नीचे गति करता है अर्थात् पिस्टन, सिलेंडर के भीतर रेसीप्रोकेटिंग गति करता है।
5.कनेक्टिंग रॉड
इंजन का यह भाग पिस्टन (Piston) के बाद फिट किया गया रहता है, जो कि पिस्टन को क्रैंक के साथ कनेक्ट करती है।
6.क्रैंक (Crank)
इंजन में क्रैंक का काम मोशन बदलने में किया जाता है अर्थात् क्रैंक ही पिस्टन के रेसीप्रोकेटिंग मोशन को रोटरी मोशन में बदलती है।
7.क्रैंक शॉफ्ट
क्रैंक के बाद क्रैंक शॉफ्ट फिट की गई होती है। क्रैंक शॉफ्ट से क्रैंक जुड़ी रहती है।
8.डिफ्लेक्टर (Diflector)
इंजन का यह अंतिम भाग होता है।
दोस्तों, यदि आपको टू स्ट्रोक इंजन किसे कहते हैं? पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट (Comment) करके बताएं और हमसे जुड़ने के लिए टेलीग्राम चैनल (Telegram Channel) को ज्वॉइन करें।
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