इसमें जस्ती तांबे या लोहे से बनी एक प्लेट को जमीनी स्तर से कम से कम 3 मीटर की गहराई पर लंबवत रूप से गड़ाया जाता है। यहां की प्लेट सभी कंडक्टरों को पृथ्वी से जोड़ती है।
Plate Earthing किसे कहते हैं?
यह एक Earthing का प्रकार होता है। इसमें कॉपर या गैल्वेनाइज्ड स्टील से बनी प्लेट का इलेक्ट्रोड के रूप में यूज किया जाता है। इसमें इस प्लेट को एक विधि द्वारा पृथ्वी (Earth) के अंदर एक निश्चित गहराई में स्थापित कर दिया जाता है। इस तरीके से प्लेट के यूज से हमें जो अर्थिंग मिलती है, उसे ही Plate Earthing कहते है।
इस प्रकार की अर्थिंग का अधिकतर उपयोग ऐसे स्थान पर किया जाता है, जहां पर पृथ्वी (Earth) के अंदर नमी की मात्रा कुछ अधिक हो और इसके अलावा अधिक मात्रा की Machine/Devices की Earthing करने की आवश्यकता होती है। इस प्रकार की अर्थिंग में नमी होने के कारण इससे Powerful Earthing प्राप्त की जा सकती है।
Plate Earthing कैसे करें?
दोस्तों, प्लेट अर्थिंग करने के लिए सबसे पहले एक 90 × 90 साइज वाला एक गड्डा खोदते हैं और इसकी गहराई 1.5 मीटर से 3 मीटर तक रखते हैं। गड्डा ऐसी जगह पर खोदें जहां पर कुछ नमी मिल सके।
यदि इतनी गहराई तक का गड्डा खोदने पर नमी नहीं मिलती है, तब गड्डे की जगह को बदल देना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हो पा रहा है। उस समय प्लेट को नमी देने के लिए या नमी बनाए रखने के लिए बाहरी जल की अधिक आवश्यकता होगी। यदि प्लेट को आवश्यक नमी नहीं मिल पा रही है तब अर्थिंग के कमजोर होने की संभावना बढ़ जाती है।
जब हम आवश्यक साइज का गड्डा खोद लेंगे। उसके बाद Earthing Plate के में गैल्वेनाइज्ड पाइप (GI) को Nut & Bolt की मदद से कस देंगे और एक आवश्यक बात इस GI वायर को 12.7 मिमी व्यास वाले Pipe के अंदर से गुजारेंगे।
Plate को गड्डे के अंदर ऊर्ध्वाधर स्थिति में रखेंगे और इसके चारों तरफ 15 सेमी मोटाई में चारकोल और नमक की पर्तें बिछा देंगे। नमक व चारकोल की कुछ परत बिछाने के बाद 19.5 मिमी व्यास वाले जल पाइप (Water Pipe) को इन पर्वतों के साथ रखेंगे और कुछ बचे हुए नमक व चारकोल को गड्डे से निकाली गई मिट्टी में मिला लेंगे। इसके बाद मिलाई गई मिट्टी से गड्डे को पूरी तरह से ढक देंगे।
हमारे द्वारा गड्डे से निकाले गए जल पाइप के साथ ऊपर एक Funnel लगा देंगें और गड्डे के ऊपर इस Funnel के चारों ओर 30 × 30 सेमी कंक्रीट का box साथ ही उसमें Cast iron से बना कब्जे युक्त ढक्कन लगा देंगें।
जब कंक्रीट box सूख जाएगा उसके बाद Funnel से अर्थिंग में पानी डालेंगे और अर्थिंग से निकला हुआ गैल्वेनाइज्ड आयरन का तार Earth Wire कहलाता है, जिसको अर्थिंग के लिए यूज करेंगें।
अर्थिंग सही काम कर रही है या नहीं।
दोस्तों, Plate Earthing या अन्य किसी भी प्रकार की अर्थिंग करने के बाद यह अवश्य चेक करना चाहिए कि वह सही तरीके से काम कर रही है या नहीं।
क्योंकि हमारे द्वारा किया गया काम जरूरी नहीं है कि वह पूरी तरह से काम कर रहा हो। यदि आपने अर्थिंग की है और चेक भी नहीं किया है, तब आपके या सभी के मन में तो यही सवाल आएगा कि मैंने तो अर्थिंग कर दी है। अब हमारे सभी Machines/Devices सुरक्षित हैं। अब हमें हमारी किसी भी Machines/Devices से कोई खतरा नहीं होगा।
जब किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रिकल फॉल्ट आता है, तब हमें पता चलता है कि हमारे द्वारा बनाई गई अर्थिंग का तो अर्थिंग प्रतिरोध (Earthing Resistance) बहुत अधिक है और वह सही तरीके से काम नहीं कर रही है।
इसलिए, इन सभी समस्याओं से बचने के लिए अर्थिंग करने के बाद ‘अर्थ टेस्टर (Earth Tester)’ की मदद से अर्थिंग को Check कर लेना चाहिए।