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रिवेट के बारे में

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Rivet in hindi:- Welcome My Website- iticourse.com दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में Rivet की परिभाषा और मुख्य भागों के बारे में पूरी जानकारी दी है।

रिवेट क्या है?

“किसी धातु चादरों या प्लेटों को अर्द्ध स्थायी रूप से जोड़ने के लिए रिवेट का उपयोग किया जाता है।”

मैटीरियल

यह एल्युमीनियम, ताँबा, पीतल, माइल्ड आदि नर्म धातुओं के बनाए जाते हैं।

रिवेट के मुख्य भाग

यह निम्न प्रकार से हैं-

1.हैड

यह रिवेट का सबसे ऊपर वाला भाग होता है। यह अनेकों आकृतियों व आकारों में आते हैं। और इसी भाग पर हैमर द्वारा चोट मारी जाती है।

2.बॉडी या शैंक

यह हैड के नीचे वाला भाग होता है। यह बेलन के आकार का सीधा भाग होता है। इस भाग का आकार जोड़ने वाली चादर या प्लेट की मोटाई पर निर्भर करता है।

3.टेल

यह शैंक के नीचे वाला भाग होता है। इसमें थोड़ा सा टेपर दिया जाता है। रिवेट के इसी भाग को फॉर्मेड हैड कहते हैं। यह इसलिए कहते हैं। क्योंकि रिवेटिंग के समय इसी भाग को हैमर द्वारा पीटकर दूसरा हैड बनाया जाता है।

रिवेट का व्यास और लम्बाई निकालना

सभी रिवेटों की शैंक का व्यास और लम्बाई निकालने के लिए सूत्र का उपयोग किया जाता है। जिसके बारे में नीचे वर्णन किया है।
काण्टर संक हैड रिवेट की लम्बाई और व्यास का निकालने के लिए दूसरे सूत्र का उपयोग किया जाता है। ऐसा इसलिए होता है, कि काउण्टर संक के हैड को भी लम्बाई में जोड़ लिया जाता है। क्योंकि उसका हैड भी चादर या प्लेट के अन्दर बैठ जाता है।

व्यास (d) = 1.2 × t
लम्बाई (L) = t + 1.5 × d

काण्टर संक के लिए,
व्यास (d) = 1.2 × t
लम्बाई (L) = t + 0.6 × d जहाँ t = चादर या प्लेट की मोटाई

दोस्तों, यदि आपको मेरी यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट व शेयर अवश्य करें।

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3 thoughts on “रिवेट के बारे में

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