What is Tin in hindi:- Welcome My Website- iticourse.com दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में टिन क्या है। इसके अयस्क के बारे में। और टिन के गुण और अवगुण के बारे में बताया है।
टिन क्या होती है?
या
राँगा क्या है?
यह ठोस तथा भारी धातु होती है, यह चाँदी के समान ही चमकीली सफेद होती है। और इस पर वायुमण्डलीय नमी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
टिन का अयस्क
इसका मुख्य अयस्क टिन स्टोन तथा कैसीटेराइट होता है। और यह भारत में बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है।
टिन के गुण
- यह धातु चाँदी के समान सफेद रंग की होती है।
- यह एक नर्म है। इसलिए इसे आसानी से हम मोड़ या काट सकते हैं।
- इसका विशिष्ट गुरूत्व 7.4 होता है।
- इसका ताप गुणांक 0.0041°C होता है।
- इसका गलनांक 231°C होता है।
- इसकी विद्युत चालकता 11.4 माइक्रो-ओम सेमी होती है।
- यह 100°C पर तन्य और आघातवर्धनीय होती है।
- यह 200°C पर भंगुर हो जाता है।
- यह विद्युत और ऊष्मा की सुचालक धातु है।
- इस पर हवा का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता है।
टिन के उपयोग
- टिन का मुख्य उपयोग अलौह धातु अलॉय बनाने में किया जाता है। जैसे:- सोल्डर, टाइप मैटल, पिउटर, बियरिंग मैटल, काँसा आदि।
- इसकी पन्नी का उपयोग चॉकलेट, सिगरेट आदि को लपेटने के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग दर्पण बनाने में किया जाता है।
- इसका उपयोग ताँबे के फ्यूज-तारों पर लेपन करने में किया जाता है।
- इस्पात एवं लोहे को संक्षारणरोधी बनाने के लिए टिन की परत चढ़ाई जाती है।
- टिन की परत ताँबे पर चढ़ाकर घरेलू बर्तनों में उपयोग किया जाता है। और टिन की परत चढ़ाना टिनिंग कहलाता है।
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