Hammer एक उपकरण है जिसमें एक हैंडल के अंत में धातु का भारी टुकड़ा होता है। इसका उपयोग लकड़ी या दीवार के टुकड़े में कील ठोकने के लिए या चीजों को टुकड़ों में तोड़ने के लिए किया जाता है। दीवार को काटने के लिए hammer और छेनी का उपयोग किया जाता है।
hammer kitne Prakar ke hote hain
दोस्तों, हैमर मुख्यत: पाँच प्रकार के होते हैं, इनको वजन के आधार पर बांटा जाता है। यह वजन के आधार पर निम्न प्रकार से हैं-
- हैंड हैमर
- शॉफ्ट हैमर
- क्लॉ हैमर
- घन हैमर
- शक्ति हैमर
1.हैंड हैमर के बारे में
दोस्तों, इसका उपयोग लगभग सभी स्थानों पर सामान्य या हल्के कामों को करने के लिए किया जाता है। इनका वजन 0.125 kg से 1.5 kg तक होता है। सभी प्रकार के हैमर में हैण्डिल को उसके वजन के अनुसार फिट किया जाता है।
हैंड हैमर में हैण्डिल की लंबाई 25 से 35 सेमी तक रखी जाती है क्योंकि job पर चोट करने के लिए hammer के peen व face भाग का इस्तेमाल किया जाता है।
Hand Hammer को Peen व Shape के आधार पर निम्न प्रकार से बांटा गया है, जो कि इस तरह से हैं-
(i)बाल पीन Hammer के बारे में
इस hammer का peen क्रिकेट खेलने वाली ball की आधी शेप की तरह गोल होती है, और इसका दूसरा भाग फेस दूसरे हैमर के समान चपटा ही होता है।
बाल पीन हैमर का use Chipping करने, Marking करने, हल्की चोट मारने आदि के कामों में किया जाता है। इसको अधिकतर Rivetting करने के लिए किया जाता है और Rivet की टेल को चारों तरफ फैलाने के लिए Face भाग का उपयोग चाट मारने में किया जाता है।
(ii) स्ट्रेट पीन हैमर के बारे में
इस प्रकार के Hammer का Face चपटा व Peen का आकार अंग्रेजी के अक्षर उल्टे वी (^) के समान होता है। इस हैमर की पीन का Axis इसमें लगे Handle की सीध में होता है। इस कारण से इसे स्ट्रेट पीन हैमर कहते हैं। यह Market में 0.125 kg to 1.5 kg तक मिलते हैं।
(iii)क्रॉस पीन Hammer के बारे में
इस प्रकार के हैमर का Peen अंग्रेजी के अक्षर उल्टे वी (v) के समान होती है और इसका फेस चपटे शेप का बना होता है। यह Hammer मार्केट में 0.125 kg to 1.5 kg तक मिलते हैं। इसका पीन हैण्डिल की अक्ष के ठीक 90° पर होता है।
(iv)डबल फेस हैमर के बारे में
आप इसके नाम से ही समझ गए होंगे, कि इस प्रकार के हैमर में Peen नहीं होती है। इसमें पीन के स्थान पर फेस होता है अर्थात् इसमें दो Face होते हैं।
Workpiece या job पर चोट मारने के लिए दोनों फेसों का use किया जाता है। इसके अलावा इसका use, Rivetting में बड़े रिवेट के Cup tool के ऊपर चोट मारने के लिए किया जाता है।
2.शॉफ्ट हैमर के बारे में
इस Hammer के नाम से भी आप अवगत होंगे। यदि नहीं हैं तो हो जाएंगे। यह एक ऐसा हैमर होता है, जिसका use कार्यखण्ड पर ऐसी चोट मारने के लिए किया जाता है, कि चोट मारने पर कार्यखण्ड (Workpiece) पर निशान न बनें।
यह हैमर धक्का सहन कर लेते हैं, क्योंकि यह कार्यखण्ड की धातु से अधिक कठोर (Hard) नहीं होते हैं।
Soft Hammer का उपयोग बियरिंग को चढ़ाने व उतारने के अलावा तैयार माल की Assembly करने में किया जाता है। इसके अलावा इनका उपयोग अन्य कामों व स्थानों पर किया जाता है। यह हैमर विभिन्न स्थानों पर विभिन्न प्रकार के use किए जाते हैं, जो कि निम्न प्रकार से होते हैं-
(i)लकड़ी के हैमर के बारे में
यह हैमर लकड़ी का बना होता है, इसका दूसरा नाम मैलेट होता है। यह hammer मुख्यत: कीकर, शीशम, इमली, टीक व अन्य कठोर लकड़ी का बनाया जाता है। इसका अधिकतर use Sheet Metal संबंधी कामों में अधिक किया जाता है।
दोस्तों, आप लोगों ने बक्से या अलमारी बनाने वाले की शॉप देखी होगी। वहां पर चादर को मोड़ने या कोई आकृति बनाने के लिए ठोकने पीटने का जितना काम होता है। वह सब लकड़ी से बने हैमर का होता है।
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(ii)कच्चे चमड़े के हैमर के बारे में
यह हैमर कच्चे चमड़े का बना होता है। इसको बनाने के स्टील का उपयोग किया जाता है। इस हैमर को बनाने के लिए सबसे पहले स्टील का बनाया जाता है। उसके बाद स्टील के ऊपर दोनों Faces पर कच्चे चमड़े के पैड लगा दिए जाते हैं और यह बनकर तैयार हो जाता है।
इसको बनाने का मुख्य उद्देश्य यह होता है, कि जब तैयार जॉब को हैमरिंग की आवश्यकता होती है, तब यदि किसी और हैमर का उपयोग करेंगे, तो उसके निशान जॉब पर पड़ सकते हैं। लेकिन इस हैमर से हैमरिंग करेंगे तो जॉब पर निशान नहीं बनेंगे और हमारा काम भी हो जाएगा।
(iii)प्लॉस्टिक हैमर के बारे में
यह हैमर भी कच्चे चमड़े के हैमर की तरह बनाया जाता है। इस हैमर की बॉडी लोहे की बनी होती है और इसमें दोनों पैड प्लॉस्टिक के लगाए जाते हैं, इसलिए इसे Plastic hammer बोलते हैं।
परन्तु कभी-कभी प्लास्टिक के स्थान पर रबड़ के पैड लगा दिए जाते हैं।
(iv)नॉयलॉन हैमर के बारे में
इसकी भी बॉडी लोहे की बना दी जाती है और उसके दोनों फेसों पर नॉयलॉन के पैड लगा दिए जाते हैं, जिसको नॉयलॉन हैमर बोलते हैं।
नॉयलॉन, एक पेट्रोलियम पदार्थ होता है, जो कि बहुत अधिक चिम्मड़ होता है। इस गुण के कारण यह हैमर काफी अधिक धक्का सहन करने की क्षमता रखता है। इसको अधिकतर use एरोनॉटिक शॉप, टूम रूम में किया जाता है।
(v)लेड हैमर के बारे में
यह हैमर शीशे का बना होता है, इसलिए इसको लेड हैमर कहते हैं। इसके द्वारा बहुत अधिक भारी काम नहीं किए जा सकते हैं। इसका अधिकतर प्रयोग असेम्बली (Assembly) शॉप में किया जाता है।
3.क्लॉ हैमर के बारे में
यह hammer (🔨) डबल फेस हैमर से भिन्न होता है। इसके एक ओर फेस होता है और दूसरी ओर कील के हैड को फंसाने के लिए झिर्री काटकर एक चिमटा बनाया जाता है, जिसे क्लॉ हैमर कहते हैं। इसका अधिकतर use बढ़ई (Carpenter) द्वारा किया जाता है।
4.घन हैमर के बारे में
इसके नाम से ही आप थोड़ा-सा अनुमान लगा सकते हो। यह hammer सभी हैमर से भारी होता है। यह 2 किग्रा से 10 किग्रा तक का होता है। इसका उपयोग भारी कामों जैसे- भारी चोट मारकर डाई द्वारा फ्लैट, एंगिल आदि को काटने में चोट मारने के लिए किया जाता है।
इसके अलावा इसका उपयोग Forging Shop में धातु को फोर्ज करने या पीटने के लिए किया जाता है।
5.शक्ति हैमर के बारे में
यह भी भारी होता है, इस hammer का use बड़ी जॉबों को फोर्ज करने में किया जाता है। इसके द्वारा हैमरिंग (hammering) करने के लिए हैमर को चलाने के लिए बिजली की मोटर का उपयोग किया जाता है।
शक्ति हैमर का उपयोग मास प्रोडक्शन (Mass Production) के लिए भी किया जाता है।
शक्ति हैमर के प्रकार
- विद्युत हैमर
- न्यूमैटिक हैमर
- भाप चालित हैमर
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