Chipping kya hai in hindi:- Welcome My Website- iticourse.com दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में चिपिंग क्या है? के बारे में बताया है।
चिपिंग क्या है?
“किसी जॉब की ऊपरी सतह से छेनी द्वारा धातु की पतली परत हटाने की प्रक्रिया को चिपिंग कहते हैं।”
दोस्तों, यहां पर यह कहने का मतलब है, कि छेनी द्वारा उसकी क्षमता व आवश्यकता के अनुसार हटाई गई परत या छेनी द्वारा किसी जॉब के किए गए टुकड़े भी चिपिंग के अंतर्गत ही आते हैं। इस प्रक्रिया को करने के लिए छेनी को दाब की आवश्यकता होती है।
इसलिए, छेनी को दाब देने के लिए हैमर से छेनी के हैड पर चोट मारी जाती है, जिससे छेनी कटिंग करती है।
चिपिंग प्रक्रिया के कोण
चिपिंग प्रक्रिया करते समय, छेनी की सैटिंग में निम्न कोण सामने आते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
1.कटिंग एज कोण
यह कोण छेनी के प्वॉइण्ट के कोण जितना होता है। इस लिए इसका छेनी के अनुसार कोण होता है।
2.सैटिंग कोण
यह कोण प्रत्येक छेनी के लिए 40° का होता है। क्योंकि इसके अंतर्गत प्रत्येक छेनी को जॉब की सर्फेस से 40° पर झुकाकर सैट किया जाता है।
3.क्लीयरैंस कोण
यह कोण प्रत्येक छेनी के लिए 10° का ही रहता है।
4.रैक कोण
यह कोण प्रत्येक छेनी के लिए 20° रहता है।
चिपिंग के लिए छेनी की सैटिंग
दोस्तों, जब हमें किसी भी टूल का उपयोग करना होता है, तो सबसे पहले टीचर हमें उसके क्रियाविधि के बारे में बताते हैं। ठीक उसी प्रकार इसके भी कुछ नियम हैं।
जब आप चिपिंग करें। तो सबसे पहले छेनी को जॉब की सतह से 40° के कोण पर सैट करें। तब छेनी कटिंग प्रक्रिया करेगी।
यदि आपने छेनी को 40° से कम कोण पर सैट किया, तो छेनी का क्लीयरैंस एंगिल कम और रैक एंगिल अधिक हो जाएगा। जिसके कारण छेनी कटिंग नहीं कर पाएगी। और स्लिप हो जाएगी।
जब आप छेनी को 40° से अधिक कोण पर सैट किया, तो क्लीयरैंस एंगिल अधिक व रैक एंगिल कम हो जाएगा। जिसके कारण छेनी, जॉब में अंदर की ओर धंसती जाएगी।
चिपिंग प्रक्रिया कैसे करें?
दोस्तों, इस प्रक्रिया को करने से पहले निम्न बातें याद रखें। जो कि निम्न प्रकार से हैं-
- यदि आपके पास बहुत बड़ा जॉब है, तो उसे वहीं पर चिपिंग कर सकते हो। लेकिन छोटा जॉब होने पर, सबसे पहले जॉब को मजबूती से वाइस में जकड़ लें। और जॉब के नीचे गैप वाले स्थान लकड़ी के गुटके रख दें। जिससे जॉब नीचे की तरफ फिसले न।
- चपिंग प्रक्रिया में हमेशा, छेनी को बाएं हाथ से वो हथौड़े को दाएं हाथ से पकड़े।
- चिपिंग प्रक्रिया करने से पहले छेनी की अच्छी तरह से सैटिंग कर लें। और छेनी की कटिंग एज पर अॉयल लगाते रहें। जिसे छेनी की धार खराब न हो।
- जॉब के जिस साइड से चिपिंग शूरु करनी हो, तो उसे सबसे पहले चैम्फर कर लेना चाहिए।
- चिपिंग हमेशा वाइस के चल जबड़े से फिक्स जबड़े की ओर करनी चाहिए।
- जब जॉब के दूसरे सिरे पर चिपिंग पहुंच जाए। तो हथौड़े से हल्की चोट मारे। नहीं तो धातु उखड़ जाएगी। और जॉब खराब हो जाएगा।
दोस्तों, यदि आपको चिपिंग क्या है? पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट व शेयर अवश्य करें।
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