Types of spanner in hindi:- Welcome My Website- iticourse.com दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में स्पैनर के प्रकार के बारे में बताया है।
स्पैनर के प्रकार
यह निम्न प्रकार के होते हैं-
1.ओपेन एण्डेड स्पैनर
इस प्रकार का स्पैनर सबसे अधिक उपयोग में लाया जाता है। इनका उपयोग ऐसे स्थान पर किया जाता है, कि जहां पर नट या बोल्ट को घुमाने के लिए पर्याप्त जगह न हो। और यह खुले सिरे वाले होते हैं। इनका मुँह बॉडी से 15° के कोण पर बना होता है। यह दो प्रकार के होते हैं-
(i)सिंगल एण्डेड स्पैनर
इस प्रकार के स्पैनर के एक ही सिरे पर खाँचा कटा होता है। इसलिए इसमें सिर्फ एक ही साइड से नट या बोल्ट कसा या खोला जाता है। यह साधारण कार्यों में ही उपयोग में लाया जाता है। और यह हमेशा फिक्स साइज के मिलते हैं। इसलिए यह फिक्स साइज का ही नट या बोल्ट को खोल या कस सकते हैं।
(ii)डबल एण्डेड स्पैनर
इस प्रकार के स्पैनर के दोनों सिरों पर खाँचे कटे होते हैं। लेकिन दोनों सिरों का साइज एक – दूसरे से अलग होता है। इसलिए इसका उपयोग दो साइजों के नट या बोल्ट को कसने या खोलने के लिए किया जाता है। यह स्पैनर 8 सैटों में (8 मिमी से 27 मिमी में) मिलते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं। जैसे:- 8 × 10, 9 × 11, 12 × 13, 14 × 15, 16 × 17, 18 × 19, 20 × 22 और 24 × 27 मिमी।
उदाहरण:- 8 × 10 मिमी। का अर्थ है कि स्पैनर के एक साइड से 8 मिमी साइज का नट या बोल्ट पकड़ सकते हैं। और दूसरी साइड से 10 मिमी साइज का नट या बोल्ट पकड़ सकते हैं।
2.रिंग स्पैनर
इस प्रकार के स्पैनर के दोनों सिरे अॉफसैट होते हैं। और इसके दोनों सिरे गोल होते हैं। और इसके भी दोनों सिरे डबल एण्डेड स्पैनर की तरह एक दूसरे से अलग साइज के होते हैं। यह स्पैनर भी 8 सैटों में (8 मिमी से 27 मिमी में) मिलते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं। जैसे:- 8 × 10, 9 × 11, 12 × 13, 14 × 15, 16 × 17, 18 × 19, 20 × 22 और 24 × 27 मिमी।
3.एडजस्टेबल स्पैनर
इस स्पैनर के एक साइड में ही खाँचा कटा होता है। और इसके इस खाँचे को आवश्यकता के अनुसार घटाया व बढ़ाया जा सकता है। इसमें एक चल जबड़ा और दूसरा फिक्स जबड़ा होता है। इस चल जबड़े को इसमें लगे एक स्क्रू के द्वारा एडजस्ट किया जाता है। और इस स्पैनर की पकड़ने की क्षमता अन्य स्पैनर्स की अपेक्षा कम होती है। इसलिए इसका उपयोग हल्के कामों में किया जाता है। और इसका साइज, इसकी कुल लंबाई से लिया जाता है। जैसे:- 150 मिमी, 300 मिमी आदि।
4.सॉकेट स्पैनर
यह स्पैनर अंग्रेजी के अक्षर ‘T’ के आकार का होता है। इसके एक सिरे पर नट या बोल्ट के साइज के अनुसार सॉकेट बना होता है। और इसके दूसरे सिरे पर ‘T’ के ऊपरी सिरे की भाँति एक हैण्डिल लगा होता है। इसके इसी भाग को पकड़कर बल लगाकर नट या बोल्ट को कसा या खोला जाता है। और इसका उपयोग गहराई में लगे नट या बोल्ट को खोलने या कसने के लिए किया जाता है।
5.ट्यूबलर बॉक्स स्पैनर
यह एक खोखला पाइप होता है, जो कि अंदर से षट्भुज अाकार में बना होता है। और इसकी बॉडी में एक आर – पार होल बना होता है। इस होल में एक गोल रॉड या सरिया पड़ी होती है। इसी सरिया को पकड़कर नट या बोल्ट को खोला या कसा जाता है। इसका भी उपयोग गहराई में फिट नट या बोल्ट को खोलने या कसने में किया जाता है।
6.हुक स्पैनर
इस स्पैनर का एक सिरा अर्द्ध गोलाकार होता है, जिसके सिरे में एक हुक बनी होती है। और इस हुक को नट या बोल्ट में बने होल या स्लॉट में फंसाया जाता है। इसके बाद आवश्यकता के अनुसार घुमाकर नट या बोल्ट को कसा या खोला जाता है।
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