असेम्बली के अंतर्गत किसी मशीन के पार्टों को जोड़ा जाता है। असेम्बली दो प्रकार की होती है। दोस्तों, मेरी वेबसाइट में आपका स्वागत है। मैंने इस पोस्ट में असेम्बली क्या है? और इसके प्रकारों के बारे में भी बताया है। यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़ें।
असेम्बली क्या है?
“किसी मशीन के पार्टों व पुर्जों को उनके उपयुक्त स्थान पर लगाना या जोड़ना, असेम्बली कहलाता है।”
जब कोई नई या पुरानी मशीनों के पार्टों को जोड़ते हैं, तो उसे कुछ लोग बांधना भी कहते हैं। लेकिन टेक्निकल भाषा में इसे असेम्बली कहते हैं। और जब मशीनों को खोला जाता है। अर्थात् पार्टों को अलग किया जाता है, तो उसे डिसेम्बली कहते हैं।
असेम्बली के प्रकार
यह मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं-
1.चयनात्मक असेम्बली
इस प्रकार की असेंबली में मशीन के पार्ट या पुर्जे सिर्फ इसी मशीन में फिट किए जा सकते हैं। इनका उपयोग अन्य मशीनों में नहीं किया जाता है।
यहां पर कहने का अर्थ है, कि कुछ कंपनियां ऐसे पार्ट बनाती हैं, जो कि सिर्फ उन्हीं कंपनी की मशीन में फिट हो सकते हैं। लेकिन अन्य कंपनी की मशीन का भी मॉडल, बगैरा सेम होता है। फिर भी फिट नहीं हो सकते हैं। और इस प्रकार की असेम्बली में खर्चा भी अधिक होता है, और समय भी अधिक लगता है।
2.अचयनात्मक असेम्बली
इस प्रकार की असेम्बली में फिट किए गए पार्ट अन्य प्रकार की मशीनों में भी उपयोग किए जा सकते हैं, इसलिए, इसे अचयनात्मक असेम्बली कहते हैं। इस असेम्बली में खर्च भी कम होता है, और समय की भी बचत होती है।
यहां पर कहने का अर्थ है, कि इसके द्वारा जो कंपनी अपनी मशीन के लिए कोई पार्ट बनाती है, तो वह पार्ट अपनी कंपनी की मशीनों में तो लगेगा ही और साथ में अन्य कंपनी की मशीनों में भी आसानी से फिट हो जाएगा।
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