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प्रैक्टिकल: अनुप्रयोग के अनुसार पदार्थ का चयन

प्रैक्टिकल: अनुप्रयोग के अनुसार पदार्थ का चयन

दोस्तों, आईटीआई कोर्स डॉट कॉम में आपका स्वागत है, आज मैंने इस पोस्ट में प्रैक्टिकल: अनुप्रयोग के अनुसार पदार्थ का चयन के बारे में बताया है, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए।

प्रैक्टिकल: अनुप्रयोग के अनुसार पदार्थ का चयन

इस प्रैक्टिकल को निम्न प्रकार से लिखेंगे, जो कि निम्न प्रकार से है-

1.उद्देश्य (Object)

अनुप्रयोग के लिए वांछित गुणों के अनुसार पदार्थ का चयन करना।

anuprayog ke anusaar padaarth ka chayan

2.परिचय (Introduction)

फिटर को अनुप्रयोग के अनुसार पदार्थ का चयन कर सकने में सक्षम होना चाहिए क्योंकि फिटिंग प्रक्रम में की जाने वाली विविध क्रियाओं में अनुप्रयोग के अनुसार पदार्थ का चयन कर कार्य को सहज सरल तरीके से सम्पन्न करना सम्भव हो जाता है और पदार्थ की गुण-उपयोगिता के कारण लाभान्वित भी हुआ जा सकता है।

3.आवश्यक उपकरण

ढलवां लोहा, इस्पात, एल्यूमीनियम, पॉलीविनायल क्लोराइड, पिटवां लोहा, स्टेनलैस स्टील आदि।

4.सुरक्षा सावधानियां (Safety Precautions)

  1. फिटिंग कार्य की आवश्यकता के अनुसार ही पदार्थ का चयन करें।
  2. प्रशिक्षु (Trainee) प्रत्येक पदार्थ को पहचानने के लिए पदार्थ संबंधी मूल जानकारी प्राप्त करें।
  3. उपयुक्त किए जाने वाले पदार्थ को साफ अवश्य करें जिससे उसकी ऊपरी सतह स्पष्ट दिखाई दे।

5.कार्यविधि (Working Method)

  1. लौह मिश्र धातुओं की आधार धातु लोहा है। यह विद्युत व ऊष्मा (Electric and Heat) की सुचालक धातु है।
  2. मशीनों उपकरणों, औजारों, कल-पुर्जों एवं यंत्रों में अधिकतर लौह मिश्र धातुओं का उपयोग करते हैं।
  3. लोहा (Iron) कठोर, तन्य एवं आघातरोधी गुणों से पूर्ण होता है।
  4. लोहा मिश्र धातुओं में कार्बन स्टील सबसे सस्ती एवं स्टेनलैस स्टील सबसे महंगी मिश्र धातु (alloy metal) होती है।
  5. लोहे में कार्बन मिलाने पर इस्पात बनता है जिसका उपयोग चादरों, मोटर की बाहरी संरचना, बॉयलरों की प्लेटों, स्प्रिंग, रेलगाड़ी की पटरियों एवं औजार (tool) आदि बनाने के लिए किया जाता है।
  6. लोहे के विभिन्न प्रकारों में ढलवा लोहा; बेस पदार्थ, पाइपों, कब्जों, शाफ्टों व पिलर बनाने जबकि पिटवां लोहा ‌औजार, स्टोरेज टंकियां, नट-बोल्ट, रिवेट एवं कील बनाने के काम आता है।
  7. लोहे एवं पीतल को संक्षारण व ऑक्सीकरण से बनाने के लिए टिन की परत चढ़ाई जाती है, जिसे टिन प्लेटिंग प्रक्रिया कहते हैं।
  8. इसके अतिरिक्त पी.वी.सी. धातु के द्वारा फिटिंग कार्यों में सीलिंग कार्य सम्पन्न किया जाता है जिससे अवयवों में ढीलापन नहीं रहता है एवं उनकी उपयुक्त सेटिंग करना संभव होता है।
  9. स्टेनलैस स्टील कठोर, संक्षारणरोधी एवं दृढ़ पदार्थ है जिसको औजारों एवं अम्ल संग्रहित करने वाले पात्रों के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
  10. एल्यूमीनियम (Aluminium) धातु एक मुलायम धातु है जिसका उपयोग पतले तार बनाने के लिए करते हैं।
  11. ट्रेनी को फिटिंग कार्य के लिए उपयुक्त पदार्थ का चयन उसकी विशिष्टताओं को ध्यान में रखकर करना चाहिए जिससे उनके द्वारा किया गया कार्य उच्च कोटि का हो।

6.परिणाम (Result)

अनुप्रयोग के अनुसार वांछित पदार्थों का चयन सफलतापूर्वक किया गया।

दोस्तों, यदि आपको प्रैक्टिकल: अनुप्रयोग के अनुसार पदार्थ का चयन पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताएं और हमसे जुड़ने के लिए टेलीग्राम चैनल को ज्वाइन करें।

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