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विद्युत अपघटन के फैराडे के नियम

विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव

नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको विद्युत अपघटन के फैराडे के नियम (Faraday’s law) के बारे में बताने वाले हैं तो अगर आप जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें इसी तरह की जानकारी आपको देते रहते हैं तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं।

फैराडे ने विद्युत अपघटन (Faraday’s electrolysis) से संबंधित दो नियम प्रतिपादित किए-

प्रथम नियम ( First Law )

विद्युत अपघटन की प्रक्रिया में किसी इलेक्ट्रॉड से मुक्त हुए। (Liberated ) अथवा उस पर जमे हुए ( Deposited ) पदार्थ की कुल मात्रा , विद्युत अपघट्य में होकर प्रवाहित आवेश की कुल मात्रा के समानुपाती (proportional to the total amount of charge flowing) होता है। m∝q

इस प्रकार यदि i एम्पियर की विद्युत धारा से वोल्टामीटर में L सैकण्ड में मुक्त हुए पदार्थ की मात्रा m किग्रा हो तो आवेश q = i x t समीकरण ( i ) से m ∝ it, m = z x i x t

इसमें नियतांक z, मुक्त हुए पदार्थ का विद्युत रासायनिक तुल्यांक ( Electro – chemical Equivalent ) या E.C.E. ‘ कहलाता है। भिन्न – भिन्न तत्वों ( Elements ) के लिए इसका मान भिन्न – भिन्न होता है। यदि i =1 एम्पियर, t = 1 सैकण्ड हो तो z=m

क्रम संख्यापदार्थ प्रतीकE.C.E.mg/Cपरमाणु भारसंयोजकता रासायनिक तुल्यांकविशिष्ट घन
1ताम्बा Cu0.3294
0.6588
63.57
63.57
2
1
31.78
63.57
8.92
8.92
2एल्युमिनियमAI0.093226.9738.992.7
3कैडमियमCd0.5824112.4256.2058.64
4क्रोमियमCr0.08952.0168.677.1
5कोबाल्टCo0.305458.94229.478.9
6सोनाAu0.6812197.2365.7319.3
7सीसाPb1.074207.22103.611.3
8लोहाFe0.28955.84227.927.1
9मर्करीHg1.039200.612100.3013.55
10निकिलNi0.304158.69229.358.9
11प्लेटिनमPt0.505195.2448.81.78
12सिलेनियमSe0.20478.9419.724.81
13सिल्वरAg1.1179107.8811.07.8810.5
14टिनSn0.3075118.7429.77.3
15जस्ताZn0.338
16हाइड्रोजनH20.01041.00811.008
पदार्थ के विद्युत रासायनिक तुल्यांक

द्वितीय नियम ( Second Law )

यदि भिन्न – भिन्न इलैक्ट्रोलाइटों में समान विद्युत धारा समान समय के लिए प्रवाहित की जाए , तो मुक्त पदार्थों की मात्राएं उनके रासायनिक तुल्यांको के समानुपाती होती हैं। मान लीजिए कि दो इलैक्ट्रोलाइटों में समान विद्युत धारा समान समय के लिए प्रवाहित करने पर मुक्त हुए तत्वों के द्रव्यमान m1 , व m2, हैं , यदि इन तत्वों के रासायनिक तुल्यांक क्रमशः z1, व z2, हों , तो इस नियम के अनुसार

m1 / m2 = z1 / z2

इलेक्ट्रोलिसिस को किसके लिए प्रयोग किया जाता है?

विद्युत अपघटन ( इलेक्ट्रोलिसिस ) का उपयोग धातुओं को उनके अयस्कों से निकालने में किया जाता है। उदाहरण के लिए, जब पिघले हुए सोडियम क्लोराइड से विधुत धरा प्रवाहित की जानती है, तो सोडियम, कैथोड पर जमा हो जाता है और क्लोरीन गैस एनोड पर निकलती है। विद्युत अपघटन ( इलेक्ट्रोलिसिस ) द्वारा एल्यूमीनियम और पोटेशियम पर भी निकाले जाते हैं।

धातु का विद्युत अपघटन ( इलेक्ट्रोलिसिस ) क्या है?

विद्युत अपघटन ( इलेक्ट्रोलिसिस ) की प्रक्रिया में, ठोस या पिघला हुआ धातु तब दिखाई देगा जब एक सकारात्मक चार्ज धातु आयन इलेक्ट्रॉनों को इस तरह प्राप्त करता है कि उस पर तटस्थ चार्ज होता है। विद्युत अपघटन ( इलेक्ट्रोलिसिस ) घोल में धनात्मक धातु आयन मौजूद होते हैं।

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