
उत्तोलक किसे कहते हैं?
दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में उत्तोलक क्या है? उत्तोलक कितने प्रकार का होता है? इत्यादि के बारे में बताया है। यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए। तो चलिए शुरू करते हैं-
उत्तोलक किसे कहते हैं?
इसमें एक सीधी या टेढ़ी मजबूत छड़ होती है, जो कि निश्चित बिंदु के चारों ओर स्वतंत्रतापूर्वक घूम सकती है अर्थात् वह सीधी या टेडी छड़ जो किसी नियत बिन्दु पर स्वतंत्र अवस्था में उसके चारो ओर घूम सके उसे उत्तोलक (Lever) है।
यह आघूर्ण के सिद्धांत पर काम करता है, उत्तोलक में तीन बिंदु होते हैं, जिनमें से पहला आलम्ब (Fulcrum) तथा दूसरा भार (Load) व तीसरा बिंदु आयास (effort) होता है।
आलम्ब, भार व आयास के बारे में
यह निम्न प्रकार से हैं-
1.आलम्ब (Fulcrum)
वह निश्चित बिंदु जिसके चारों ओर उत्तोलक की छड़ स्वतंत्रतापूूर्वक घूम सकती है, उसे आलम्ब(Fulcrum) कहते हैं।
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2.भार (Load)
उत्तोलक की छड़ के जिस बिंदु पर के बोझ लकटाया जाता है, उसे भार (Load) कहते हैं।
3.आयास(Effort)
उत्तोलक को उपयोग में लाने के लिए उस पर जो बल लगाया जाता है, उसे आयास (Effort) कहते हैैं।
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उत्तोलक के प्रकार (Types of Lever)
यह निम्न प्रकार से हैं-
1.सीधी छड़ के उत्तोलक
यह तीन प्रकार के होते है-
(i)प्रथम श्रेणी का उत्तोलक
इस प्रकार के उत्तोलक में एक ओर भार, दूसरी ओर आयास या बल तथा बीच में आलम्ब होता है। जैसे:- प्लास, कैंची, तराजू आदि।
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उदाहरण में हम प्लास को लेते हैं, प्लास की दोनों टाँगों को हाथ से दबाते हैं, उस बिंदु को आयास या बल कहते हैं, तथा प्लास के जिस भाग से वायर को काटते हैं, उसे भार कहते हैं, और प्लास के दोनों टाँगों के बीच के ज्वॉइण्ट को आलम्ब कहते हैं।
(ii)द्वितीय प्रकार का उत्तोलक
इस प्रकार के उत्तोलक में एक ओर आलम्ब, दूसरी ओर आयास या बल तथा बीच में भार होता है। जैसे:- नींबू निचोड़ने की मशीन, सरौता, सामान ढोने की गाड़ी आदि।
(iii)तृतीय प्रकार का उत्तोलक
इस प्रकार के उत्तोलक में एक ओर आलम्ब, दूसरी ओर भार तथा बीच में आयास या बल होता है। जैसे:- हल कोहनी, चिमटा आदि।
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2.मुड़ी छड़ वाला उत्तोलक
इस प्रकार के उत्तोलक में एक मुड़ी छड़ होती है, जो कि बीच से मुड़ी होती है, यह आघूर्ण के सिद्धांत पर काम करता है।
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Very nice
Explained in a very simple way for students