दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में श्यानता किसे कहते हैं? श्यानता के प्रकार इत्यादि के बारे में बताया है, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए।
श्यानता किसे कहते हैं?
जब किसी तरल की एक परत, उसी तरल की दूसरी परत पर फिसलती है, तो उनके बीच एक घर्षण बल काम करता है, जो कि परतों की सापेक्ष गति का विरोध करता है, यह घर्षण बल ही श्यान बल कहलाता है और तरल पदार्थों द्वारा प्रदर्शित यह गुण, श्यानता कहलाता है।
श्यानता तरल के अणुओं के बीच घर्षण के कारण उत्पन्न होती है। श्यानता का गुण केवल द्रवों व गैसों में उत्पन्न होता है। यह गुण अणुओं के बीच लगने वाले संसंजक बलों के कारण द्रवों में होता है, द्रवों की तुलना में गैसों में श्यानता बहुत कम होती है। एक आदर्श तरल की श्यानता शून्य होती है।
श्यान बल F = nA(∆v/∆x)
जहाँ, n = श्यानता गुणांक
A = परतों क्षेत्रफल
∆v/∆x = वेग-प्रवणता
श्यानता के प्रकार
यह दो प्रकार की होती है, जो कि निम्न प्रकार से है-
1.वास्तविक श्यानता
इसके द्वारा मोटी द्रवित फिल्म से भरी दो प्लेटों के बीच लगने वाले बल का मापन किया जाता है। इसका मात्रक सी.जी.एस. पद्धति में पॉइज (Poise) होता है।
2.शुद्ध गतिकी श्यानता
शुद्ध गतिकी श्यानता का मान, एक निश्चित तेल को कैपिलरी ट्यूब में गुजारने के समय निकाला या ज्ञात किया जाता है। इसका मात्रक स्टोक्स (Stokes) होता है। यह श्यानता वैज्ञानिक क्षेत्रों में अधिक उपयोग की जाती है।
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