
सुरक्षा चिन्ह (safety signs)
सुरक्षा चिन्ह एक प्रकार के संकेत होते हैं जो खतरों की चेतावनी देने के लिए बनाए हैं, अनिवार्य कार्यों या व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के सही उपयोग को इंगित करते हैं, कार्यों या वस्तुओं को प्रतिबंधित करते हैं, इससे अग्निशमन या सुरक्षा उपकरण के स्थान की पहचान करते हैं, या आपातकालीन मार्गों को भी चिह्नित करते हैं।
सुरक्षा चिन्ह और प्रतीक महत्वपूर्ण सुरक्षा संचार उपकरण हैं, इससे कार्यस्थल में मौजूद विभिन्न खतरों को इंगित करने में मदद मिलती हैं। ओर श्रमिकों को इसकी जानकारी और सुरक्षा निर्देश देकर, खतरे को बहुत काम किया जा सकता हैं।

कार्यशाला में सुरक्षा के लिए कई चिन्हों का प्रयोग किया जाता है, जो निम्न हैं-

- निषेधात्मक चिन्ह ( Prohibitive Signs )
- चिन्ह गलत कार्यों के लिए मनाही का संकेत देते हैं।
- इनका आकार गोलाकार होता है।( iii ) इन चिन्हों में बॉर्डर तथा लाल रंग का क्रॉस बना होता है।
- इनकी background बिल्कुल सफेद होती है व बीच में काले रंग से संकेत चिन्ह बनाया होता है।
- निषेधात्मक चिन्हों के उदाहरण निम्न हैं – धूम्रपान न करना, आग न जलाना, जलती आग को जल से न बुझाना आदि।
- आदेशात्मक चिन्ह ( Mandatory Signs )
- कार्य करने से पूर्व तथा बाद में इन चिन्हों द्वारा आदेश दिया जाता है।
- इनका आकार गोलाकार होता है।
- इनकी बेकग्राउंड ( background) बिल्कुलनीली होती है जिसके ऊपर सफेद रंग का संकेत चिन्ह छपा होता है।
- ये चिन्ह दस्ताने, टोपी, चश्मा, जूते, मास्क आदि पहनने का आग्रह करते हैं।
- सूचनात्मक चिन्ह ( Informative Signs )
- इन चिन्हों के माद्यम से सुरक्षा की जानकारी दी जाती है।
- इनका आकार वर्गाकार होता है।
- इनकी पृष्ठभूमि हरे रंग की तथा संकेत चिन्ह सफेद होता है।
- उदाहरण – प्राथमिक चिकित्सा दल, पेयजल, पुरुष व महिला प्रसाधन।
- चेतावनी चिन्ह ( Warning Signs )
- इन चिन्हों के माद्यम से आने वाले खतरे की चेतावनी (वार्निंग) दी जाती है जैसे बिजली के झटके, आग का भय आदि।
- इनका आकार त्रिकोण होता है।
- इन चिन्हों की पृष्ठभूमि|(background) पीले रंग (yellow color) की होती है तथा संकेत चिन्ह तथा बॉर्डर काले रंग का होता है।



सुरक्षा क्या है? सुरक्षा के नियम - ITI course
विद्युत पावर युक्त कार्यशालाओं में व ओवरहैड लाइनों पर कार्यरत इलैक्ट्रीशियन मुख्य रूप से सुरक्षा साधनों का ध्यान रखें। विद्युत उत्पादन केन्द्रों, कार्यशालाओं, व्यापारिक संस्थानों, अस्पतालों, ट्रांसपोर्ट विभाग, रेलवे, सड़क पर अक्सर विभिन्न प्रकार के चिन्ह . बोर्ड पर प्रदर्शित किए जाते हैं। इनकी पहचान खास बनावट, रंग तथा आकार से होती है। इनके द्वारा खतरे की सम्भावना, बचाव की सलाह तथा सावधानियां प्रयोग करके जरूरी सूचना प्राप्त हो जाती है।
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महत्वपूर्ण लिंक: सुरक्षा संकेत के बारे में
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