आईटीआई वेल्डर ट्रेड बहुत पुराना है, इस ट्रेड में दो धातु के टुकड़ों को आपस में जोड़ने की जानकारी दी जाती है।
आजकल अधिकतर लोहे के भागों को जोड़ने के लिए वेल्डिंग का उपयोग किया जाता है। वेल्डिंग को करने के लिए वेल्डर की आवश्यकता होती है।
इसलिए आज मैं आपको बताऊंगा की आईटीआई वेल्डर ट्रेड क्या है? इस ट्रेड का कोर्स करने से आप किस तरह से एक कुशल वेल्डर बन जाओगे।
आईटीआई वेल्डर ट्रेड क्या है? (ITI Welder trade kya hai?)
आईटीआई का वह ट्रेड, जिसके अंतर्गत दो या दो से अधिक धातु के टुकड़ों को वेल्डिंग के माध्यम से जोड़ने की जानकारी दी जाती है, उसे वेल्डर ट्रेड (Welder Trade) कहते हैं।
वेल्डर एक आईटीआई का ट्रेड या कोर्स है, जो कि एक साल का होता है।
वेल्डर ट्रेड में एक साल में ही थ्योरीकल व प्रैक्टिकल सभी जानकारी दी जाती है।
इस ट्रेड से आईटीआई करने के बाद आप सरकारी या प्राइवेट जॉब कर सकते हो। यदि आप जॉब करना नहीं चाहते हो तो इसके अतिरिक्त स्वयं का बिजनेस कर सकते हो।
आईटीआई वेल्डर ट्रेड में प्रवेश लेने हेतु योग्यता
आईटीआई वेल्डर ट्रेड में प्रवेश लेने के लिए कम-से-कम 8 वीं पास होना आवश्यक है। यदि आपका 10 वीं पास के बाद आईटीआई वेल्डर ट्रेड से करना चाहते हो तो आप कोर्स कर सकते हो।
आईटीआई वेल्डर ट्रेड सब्जेक्ट (ITI Welder trade subject)
इस ट्रेड से आईटीआई करने पर पांच किताब पढ़ने को मिलता है-
1.आईटीआई वेल्डर थ्योरी
इस सब्जेक्ट में यह बताया जाता है, कि वेल्डिंग करने के लिए किस टूल व गैस की आवश्यकता होती है, इन सभी के बारे में बताया जाता है।
2.वर्कशॉप कैलकुलेशन एंड साइंस
इस सब्जेक्ट में कुछ टॉपिक साइंस व मैथ के होते हैं, जिसके बारे में पढ़ाया जाता है।
3.एम्प्लॉयबिलिटी स्किल
इस सब्जेक्ट में ट्रेनी के व्यवहार कौशल की ट्रेनिंग दी जाती है। ताकि आप कंपनियों में काम करने जाने के लिए कंपटेबल हो जाओगे।
4.इंजीनियरिंग ड्राइंग
इस सब्जेक्ट में यह बताया जाता है, कि किसी भी आकृति को किस प्रकार से देखना है।
यह भी सीखने को मिलता है, कि उपयोग में आने वाले टूल का ड्राइंग चिन्ह की जानकारी दी जाती है।
5.वेल्डर प्रैक्टिकल
इस सब्जेक्ट के अंतर्गत यह बताया जाता है, किस तरह से वेल्डिंग की जाती है, वेल्डिंग स्वयं को भी करने को दी जाती है, ताकि अच्छी तरह से समझ सको। कि वेल्डिंग करते समय क्या जरूरत होती है।
आईटीआई वेल्डर सर्टिफिकेट (ITI welder certificate)
आईटीआई वेल्डर ट्रेड में आपको दो प्रकार का सर्टिफिकेट मिलेगा। जिसमें से एक SCVT और दूसरा NCVT होगा। SCVT का सर्टिफिकेट केबल स्टेंट में मान्य होगा।
NCVT का सर्टिफिकेट आल इंडिया में मान्य होगा।
SCVT and NCVT का सर्टिफिकेट क्या है?
जब आप एडमिशन लोगे तो आपको पूरे एक साल में में सिखाया जाएगा और इसके बाद जो सर्टिफिकेट मिलेगा वह SCVT का होगा।
SCVT के exam में निगेटिव मार्किंग नहीं होती है। इस सर्टिफिकेट से आप अपने राज्य में कहीं काम कर सकते हैं। जब आप राज्य से बाहर जाएंगे तब आपको इस (SCVT) के सर्टिफिकेट से काम नहीं कर पाओगे। इसके लिए आपको NCVT सर्टिफिकेट की आवश्यकता होगी।
NCVT का सर्टिफिकेट लेने के लिए पहले SCVT पास होना होगा। इसके बाद एक फॉर्म अप्लाई करना पड़ेगा। जिसके बाद NCVT लेवल का exam होगा। इस exam को पास करने पर आपको NCVT का सर्टिफिकेट मिलेगा। इस सर्टिफिकेट के माध्यम से आप आल इंडिया व विदेश में भी काम कर सकते हो।
1.वेल्डिंग कोर्स में कितना समय लगता है?
वेल्डिंग कोर्स में एक वर्ष लगता है।
2.ITI में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है?
आईटीआई फिटर, आईटीआई इलेक्ट्रीशियन, आईटीआई वेल्डर, आईटीआई कोपा, डीजल मैकेनिक आदि जैसे कुछ बेहतरीन पाठ्यक्रम हैं।
3.आईटीआई के बाद वेतन क्या है?
आईटीआई वेतन कंपनी पर निर्भर करता है और आपके पास क्या ज्ञान है, एक फ्रेशर के रूप में आप 10 हजार से 15 हजार रुपये की उम्मीद कर सकते हैं।
दोस्तों, यदि आपको मेरी द्वारा बताई गई जानकारी अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताएं।
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