दोस्तों, आज की पोस्ट में आपको पदार्थ का मूल्य से क्या तात्पर्य है? के बारे में बताया है, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए।
पदार्थ का मूल्य से क्या तात्पर्य है?
पदार्थ की लागत प्रोडक्ट की ड्राइंग तथा नमूने के आधार पर ज्ञात की जाती है। इन ड्राइंग के द्वारा प्रोडक्ट की परिशुद्ध विमाएं ही प्रदर्शित की जाती है, उस ड्राइंग में पूर्वांकलनकर्त्ता द्वारा विभिन्न प्रकार की छूट को जोड़ा जाता है जिससे परिशुद्ध प्रोडक्ट दी गई ड्राइंग के अनुसार बनाया जा सके।
सबसे पहले पूर्वाकलनकर्त्ता द्वारा प्रोडक्ट की एक ड्राइंग विभिन्न छूट प्रदान करते हुए बनाई जाती है तथा उसके आयतन (Volume) की गणना की जाती है। आयतन को घनत्व से गुणा कर प्रोडक्ट का भार ज्ञात करते हैं।
प्रोडक्ट के भार के द्वारा बाजार भाव (Market Rate) से उसके पदार्थ का मूल्य ज्ञात किया जाता है। पदार्थ के मूल्य की गणना के बाद उसके स्क्रेप की गणना करते हैं तथा उस स्क्रेप को पदार्थ के मूल्य में से घटाकर उसकी निर्माण लागत ज्ञात करते हैं।
पदार्थ का मूल्य ज्ञात करने की विधि
यह निम्न प्रकार से है-
- सबसे पहले किसी भी प्रोडक्ट को सामान्य टुकड़ों में बांटकर आसानी से उनके आयतन की गणना करते हैं।
- छोटे-छोटे किनारों, छोटे फिलेटस को नगण्य मानते हुए लगभग आवश्यकतानुसार आयतन लेते हैं।
- प्रत्येक आयतन की गणना क्षेत्रकलन नियमानुसार करते हैं।
- प्रोडक्ट के संपूर्ण आयतन को उस पदार्थ के घनत्व से गुणा कर भार ज्ञात करते हैं।
- सभी भागों के आयतन को जोड़कर प्रोडक्ट के संपूर्ण आयतन की गणना करते हैं।
- अंत पदार्थ के प्रति इकाई भार को पदार्थ के मूल्य से गुणा करके उससे पदार्थ का मूल्य ज्ञात कर लेते हैं।
दोस्तों, यदि आपको पदार्थ का मूल्य से क्या तात्पर्य है? पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट करके और हमसे जुड़ने के लिए टेलीग्राम चैनल को ज्वाइन करें।
More Information:- एलनिको क्या है?
5 thoughts on “पदार्थ का मूल्य से क्या तात्पर्य है?”