Methods of cooling in hindi:- Welcome My Website- iticourse.com दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में शीतलन करने वाली विधियों के बारे में बताया है।
शीतलन करने की विधियाँ
यह निम्न तीन प्रकार से किया जाता है-
1.पम्प ड्रिप विधि
इस प्रकार की विधि का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है। इस विधि में शीतलन को बिजली मोटर व पम्प द्वारा जॉब व कटिंग टूल के ऊपर डाला जाता है। और यह शीतलन जॉब व कटिंग टूल को अधिक गर्म नहीं होने देता है। जिससे हमारा टूल व जॉब सुरक्षित रहता है। और इस विधि के लिए शीतलन को मशीन के बेस में लगे टैंक में भरकर रखा जाता है। उसी टैंक में बिजली मोटर व पम्प को फिट कर दिया जाता है।
2.ड्रिन केन विधि
इस विधि का उपयोग सबसे अधिक ड्रिल मशीन पर किया जाता है। इसके लिए मशीन के ऊपर टैंक फिट किया होता है। और उसी में शीतलन भरा जाता है। इस शीतलन को कटिंग टूल व जॉब पर डालने के लिए, टैंक में एक पाइप लगा होता है, और इस पाइप के आगे नॉजल फिट किया हुआ होता है।
3.कॉम्बीनेशन विधि
इस विधि का उपयोग अधिकतर छोटी वर्कशॉपों में किया जाता है। इसमें ऐसा होता है, कि किसी भी मशीन में टैंक फिट नहीं किया जाता है। बल्कि वर्कशॉप में एक बड़ा टैंक फिट किया जाता है। और उसी टैंक में शीतलन भर दिया जाता है।
इस टैंक से पाइप लाइन द्वारा सभी मशीनों तक शीतलन पहुँचाया जाता है। और जब कटिंग टूल व जॉब के ऊपर डाला जाता है, तो वह बहकर फिर दोबारा से बचा हुआ शीतलन टैंक में पहुंच जाता है। और इस तरह से हमारा शीतलन खराब नहीं होता है। दोबारा से काम में आ जाता है। यह विधि एक लाइन में लगी मशीनों पर आसानी से काम में लाई जा सकती है। इसमें भी बिजली मोटर व पम्प फिट किया जाता है।
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