Washer ke prakar in hindi:- Welcome My Website- iticourse.com दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में वाशर के प्रकार के बारे में पूरी जानकारी दी है।
वाशर के प्रकार
यह निम्न प्रकार के होते हैं-
1.प्लेन वाशर
इस प्रकार के वाशर माइल्ड स्टील के बनाए जाते हैं। यह गोल आकार के होते हैं। और इनके बीच में होल भी होता है।
वाशर का व्यास, बोर व्यास और मोटाई बोल्ट के व्यास के समानुपाती होता है। और इस प्रकार के वाशरों का उपयोग समतल सतहों पर बोल्ट असेम्बली के नीचे स्पर्श क्षेत्रफल को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
2.टूथ्ड लॉक वाशर
इस प्रकार के वाशरों के बीच होल में दाँत बने होते हैं। इनको उपयोग करते समय सबसे पहले नीचे वाशर रखकर नट कस देते हैं। और इसके बाद इनके दाँतों को मोड़ देते हैं। इन मुड़े दाँतों के कारण नट लॉक हो जाता है। जिसके कारण नट कम्पन या झटके लगने के कारण भी ढीला नहीं होता है। इसलिए हमेशा नट को लॉक करने के लिए इन्हीं वाशरों का उपयोग किया जाता है।
3.स्प्रिंग वाशर
यह वाशर हमेशा स्प्रिंग स्टील या कार्बन स्टील के बनाए जाते हैं। और इन वाशरों के दो भाग होते हैं। जिनमें से एक सिरा नीचे की ओर और दूसरा सिरा ऊपर की ओर होता है। और इनके उपयोग से भी नट में कम्पन और झटके लगने पर भी नट ढीला नहीं होता है। लेकिन इनका उपयोग वहां पर किया जाता है, कि जहां पर बहुत अधिक झटके या कम्पन लगते हैं।
4.टैब वाशर
इन वाशरों का उपयोग नट को लॉक करने के लिए किया जाता है। यह चैम्फर्ड वाशर के नाम से भी जाना जाता है। इसमें एक या दो टैब होते हैं। और इनका उपयोग करते समय नट को कसने के बाद टैब को मोड़ दिया जाता है। और नट को लॉक कर दिया जाता है।
5.टेपरयुक्त वाशर
इस प्रकार के वाशरों का उपयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जहां पर असेम्बल करने वाला भाग टेपर में हो।
दोस्तों, यदि आपको मेरी यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट व शेयर अवश्य करें।
More Information:- पिनिंग के बारे में
My Website:- iticourse.com
3 thoughts on “वाशर के प्रकार के बारे में”