हेलो दोस्तो, आपका स्वागत है हमारी वेबसाइट आईटीआई कोर्स डॉट कॉम। आज आपको सीखने को मिलेगा, कि वर्नियर कैलिपर का सिद्धांत क्या होता है।
वर्नियर कैलिपर का सिद्धांत (Vernier Caliper Ka Sidhant)
दोस्तों, वर्नियर कैलिपर के बारे में आपको थोड़ी जानकारी जरुर होगी। यदि आपको नीचे लिंक दिया गया है, उस पर क्लिक करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
वर्नियर कैलिपर का सिद्धांत
“वर्नियर कैलिपर दो स्केलों के अंतर के सिद्धांत पर काम करता है।”
अर्थात्
दो स्केल, जिसमें एक मेन स्केल होता है तथा दूसरा वर्नियर स्केल होता है।
मेन स्केल की ग्रेजुएशन स्टील के समान होती है। जिस प्रकार से स्टील रूल पर मीट्रिक पद्धति के चिन्हन अंकित होते हैं, ठीक समान चिन्हन मीट्रिक पद्धति के वर्नियर कैलिपर के मेन स्केल पर अंकित होते हैं।
उदाहरण:- जब मेन स्केल के 9 भाग अर्थात् 9 मिमी को वर्नियर स्केल पर 10 भागों में बांटा जाता है, तब सबसे पहले दोनों स्केलों के एक-एक भाग का मान निकालेंगे और इसके बाद दोनों स्केलों के मान को घटा देंगे अर्थात् अंतर निकालेंगे जो परिणाम प्राप्त होगा। वही वर्नियर कैलिपर की रीडिंग है।
चूंकि मेन स्केल के एक डिवीजन या भाग का मान = 1 मिमी
तब मेन स्केल के 9 भाग का मान 9 मिमी होगा।
अब हमें यह पता है, कि मेन स्केल के एक भाग का मान एक मिमी है, लेकिन वर्नियर स्केल के एक भाग का मान हमें नहीं पता है, तो वर्नियर स्केल के एक भाग का मान निम्न प्रकार से निकालेंगे।
वर्नियर स्केल के 10 भाग = मेन स्केल के 9 भाग या मिमी
वर्नियर स्केल का एक भाग = 9/10 मिमी
वर्नियर स्केल का एक भाग = 0.9 मिमी
अब मेन स्केल के एक भाग तथा वर्नियर स्केल के एक भाग में अंतर
= 1.0 – 0.9 = 0.1 मिमी
यही वर्नियर कैलिपर की रीडिंग है।
दोस्तों, यदि आपको वर्नियर कैलिपर का सिद्धांत (Principle of Vernier caliper) पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताएं और अपने दोस्तों को शेयर करें।
More Information:- वर्नियर कैलिपर क्या है?
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rajan kumaryadav