Micrometer in hindi:- यह एक सूक्ष्ममापी यंत्र होता है, इसके द्वारा अत्यधिक सूक्ष्म मापों को मापा जाता है। इसके द्वारा हम किसी भी माप को कम-से-कम मीट्रिक पद्धति में 0.01 मिमी और ब्रिटिश पद्धति में 0.001” तक माप सकते हैं।
माइक्रोमीटर का अल्पतमांक कितना होता है?
- मीट्रिक पद्धति में- 0.01 मिमी
- ब्रिटिश पद्धति में- 0.001 इंच
माइक्रोमीटर किस धातु का बना होता है।
यह क्रोमियम स्टील (cromium steel) का बना होता है।
माइक्रोमीटर का सिद्धांत (Principle) क्या है?
यह नट-बोल्ट के सिद्धांत पर बनाया जाता है। इसलिए यह नट-बोल्ट की तरह वर्क करता है। इसमें नट के समान थिम्बल को घुमाया जाता है। और इसका स्पिण्डल बोल्ट की तरह कार्य करता है।
माइक्रोमीटर की रेंज
रेंज को परास भी बोलते हैं। किसी माइक्रोमीटर द्वारा न्यूनतम व अधिकतम मापी जा सकने वाली माप को रेंज (Range) कहते हैं।
उदाहरण:- 0 – 25 मिमी वाले Micrometer के एनविल और स्पिण्डल के बीच का गैप 25 मिमी रहता है, अर्थात् इसकी रेंज 25 मिमी तक है। इसके द्वारा किसी जॉब की माप 25 मिमी तक ले सकते हैं। 25 मिमी से अधिक माप लेने के लिए 25 – 50 मिमी रेंज वाला Micrometer का उपयोग करना पड़ेगा। मीट्रिक पद्धति के Micrometer मार्केटों में निम्न रेंजों में मिलते हैं। जैसे- 0-25 मिमी, 25-50 मिमी, 50-75 मिमी और 75-100 मिमी आदि।
माइक्रोमीटर का अल्पतमांक
“किसी माइक्रोमीटर द्वारा ली जा सकने वाली कम-से-कम माप को उसकी अल्पतमांक या अल्पतम माप कहते हैं।”
दोस्तों, माइक्रोमीटर का उपयोग करने से पहले उसकी रेंज को अवश्य जान लें। कि यह कितने रेंज का है। उसके बाद रीडिंग लेकर सही गणना करें। तब आपको जॉब की सही माप मिल सकेगी।
1.मीट्रिक पद्धति में
इस पद्धति में माइक्रोमीटर की स्लीव पर 1मिमी के 25निशान या 0.5मिमी के 50 निशान होते हैं। स्लीव के अंदर स्पिंडल पर 1मिमी या 0.5मिमी पिच की चूड़ियाँ कटी होती हैं। स्लीव के ऊपर थिम्बल के वेवल एज पर 50 या 100 निशान बने होते हैं, इस प्रकार थिम्बल एक पूरा चक्कर घूमने पर 1मिमी या 0.5मिमी चलता है,यदि अब थिम्बल को एक निशान घुमाया जाए,तो स्पिंडल 1/100 मिमी या0.5/50मिमी चलेगा
सूत्र- पिच/थिम्बल पर बने खानो की संख्या =0.5मिमी/50=1/100मिमी=0.01मिमी।
2.ब्रिटिश पद्धति में
इसमें माइक्रो-मीटर के स्लीव पर 1″ को 10 बराबर भागों में बाँटा जाता है,इसके एक भाग का मान 0.1″ होता है। प्रत्येक मेन डिवीजन को चार बराबर भागों में बाँटा जाता है, इसके एक भाग का मान 0.025″होता है। तथा थिम्बल के वेबल एज को 25 बराबर भागों में बाँटा जाता है, जिसके एक भाग का मान 0.001″होता है।
सूत्र- पिच/थिम्बल पर बने खानो की संख्या =1/40″/25=1/40×1/25 =1/1000=0.001″
माइक्रोमीटर की जीरो रीडिंग
“किसी माइक्रोमीटर की शुरू की रीडिंग को ही जीरो रीडिंग कहते हैं।” जैसे- 0-25 मिमी रेंज वाले माइक्रोमीटर की जीरो रीडिंग जीरो(0) ही रहेगी। तथा 25-50 मिमी रेंज वाले माइक्रोमीटर में जीरो रीडिंग 25 मिमी रहेगी।
शून्य त्रुटि
किसी भी माइक्रोमीटर की शून्य त्रुटि चेक करने के लिए माइक्रोमीटर के स्पिण्डल और एनविल को संपर्क में लाने के बाद यह देखा जाता है कि थिम्बल का शून्य(zero) स्लीव की डेटम लाइन से मिल रहा है, या नहीं मिल रहा है। यदि थिम्बल का शून्य(zero)डेटम लाइन से मिल रहा हो तो समझना चाहिए। कि शून्य या जीरो त्रुटि नहीं है, यदि थिम्बल का जीरो डेटम लाइन से नहीं मिल रहा है। या आगे या पीछे मिल रहा है तो समझ जाना चाहिए। कि माइक्रोमीटर में शून्य त्रुटि(zero error) है यह शून्य त्रुटि दो प्रकार की होती है-
1.धनात्मक शून्य त्रुटि
“जब माइक्रोमीटर के थिम्बल का शून्य डेटम लाइन पीछे रह जाता है, तो वह त्रुटि धनात्मक शून्य त्रुटि कहलाती है।”
रीडिंग लेने के बाद कुल रीडिंग में से इस त्रुटि को घटाने(mines) पर सही रीडिंग आ जाएगी।
2.ऋणात्मक शून्य त्रुटि
यदि थिम्बल का शून्य डेटम लाइन से आगे बढ़ जाता है,तो यह त्रुटि ऋणात्मक शून्य त्रुटि(Negative zero error) कहलाती है। रीडिंग लेने के बाद कुल रीडिंग में से इस त्रुटि को जोड़कर (add करके) सही रीडिंग आ जाती है।
शून्य त्रुटि (zero error)ठीक करने की विधि
Micrometer के स्लीव को ‘C’ स्पैनर से एडजस्ट करके शून्य त्रुटि ठीक की जाती है।
टेस्ट पीस
यह अलाय स्टील के गोल आकार के पीस होते हैं जिनको ग्राइंडिंग हार्डनिंग और टेंपरिंग किया जाता है यह कई साइज में आते है। जैसे:- 50मिमी, 75मिमी, 100मिमी, 1इंच, 2इंच, 3इंच, 4इंच, 5इंच आदि।
इनका उपयोग Micrometer की शून्य त्रुटि को चेक करने के लिए किया जाता है। जैसे- 25-50मिमी वाले आउटसाइड माइक्रोमीटर की शून्य त्रुटि चेक करते समय एनविल और स्पिण्डल के बीच में 25 मिमी का टेस्ट पीस लगाकर उसकी शून्य त्रुटि(zero error ) चेक करते हैं।
(1)1 माइक्रोमीटर में कितने मीटर होते हैं?
1 माइक्रोमीटर में 1/1000000 मीटर होते हैं
2.माइक्रोमीटर का लिस्ट काउंट कितना होता है?
माइक्रोमीटर का लिस्ट काउंट या अल्पतमांक मीट्रिक पद्धति में 0.01 मिमी व ब्रिटिश पद्धति में 0.001 इंच होता है।
3.माइक्रोमीटर का दूसरा नाम क्या है?
माइक्रोमीटर को दूसरा नाम पेंचमापी (स्क्रूगेज) है। इसको पेंचमापी (स्क्रूगेज) कहते हैं क्योंकि यह नट-बोल्ट के सिद्धांत पर काम करता है।
4.माइक्रोमीटर का आविष्कार कौन है?
माइक्रोमीटर का आविष्कार विलियम कोजीन (William Gascoigne) हैं।
5.माइक्रोमीटर किस धातु का बना होता है
यह क्रोमियम स्टील का बना होता है।
6.माइक्रोमीटर के बैरल के ऊपर घूमने वाले हिस्से को क्या कहते हैं?
माइक्रोमीटर के बैरल के ऊपर घूमने वाले हिस्से को थिम्बल (Thimble) कहते हैं।
More Information:- वर्नियर कैलिपर क्या है?
Nice to maicro mitar droing
thanks
Good
खुब छान सर
Thanks sar ji
Narendera singh very much sir
Thank you ji