दोस्तों, आज आपका मेरी वेबसाइट आईटीआई कोर्स डॉट कॉम में स्वागत है, आज मैं आपको बताने वाला हूं कि तांबा बनाने की विधि। यदि आप इसको बनाने की जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए।
तांबा बनाने की विधि
दोस्तों, तांबा बनाने से पहले तांबा में कई अशुद्धियां होती हैं। इन अशुद्धियों को अयस्क कहते हैं। तांबे के मुख्यत: दो अयस्क होते हैं। जिसमें से एक मैलेकाइट तथा दूसरा कॉपर पायराइट अयस्क होता है।
इन अयस्कों में सल्फर की अशुद्धियां पाई जाती हैं। इन अशुद्धियों को निकालने के लिए सबसे पहले अयस्क को पीसा जाता है, जिसके बाद छाना जाता। इसके बाद इसको पिघलाया जाता है।
जब अयस्क पिघल जाता है, इसके बाद इसे परावर्तनी भट्टी में डाला जाता है। तांबा बनाने की विधि के अनुसार अर्थात् इस भट्टी में पूरा प्रोसेस होने के बाद प्राप्त पिघले हुए पदार्थ को कन्वर्टर में डाला जाता है। यहां पर अपद्रव्यों अर्थात् अशुद्धियों का ऑक्सीकरण करने के लिए पिघले हुए पदार्थ पर हवा का झोंका दिया जाता है।
ऑक्सीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस धातु को स्लैब अर्थात् पट्टीनुमा आकार में ढाल लिया जाता है। इसी स्लैबनुमा धातु को ब्लिस्टर कहते हैं।
ब्लिस्टर में भी कुछ अशुद्धियां होती हैं। इसके दोबारा से इन अशुद्धियों को निकालने के लिए परावर्तनी भट्टी में डालकर प्रोसेस किया जाता है। इसके आगे पहले जैसा प्रक्रम दोहराते हैं। ब्लिस्टर धातु को गर्म करने के लिए इसे इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया द्वारा भी गर्म किया जाता है।
1.तांबा का उपयोग
इसका अधिकतर उपयोग इलेक्ट्रिकल उपकरणों में किया जाता है।
2.तांबा कहां नहीं पाया जाता है?
उदयपुर में
3.भारत में सबसे अधिक तांबा कहाँ पाया जाता है?
झारखंड
4.राजस्थान में सबसे ज्यादा तांबा कहां पाया जाता है
राजस्थान में सबसे ज्यादा तांबा झुंझुनू जिले में पाया जाता है।
5.तांबा का अयस्क कौन कौन है?
कॉपर ग्लास, कॉपर पायराइट, क्यूपराइट, मैकेलाइट
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