दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में इंडक्शन हार्डनिंग किसे कहते हैं? के बारे में बताया है, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए।
इंडक्शन हार्डनिंग किसे कहते हैं?
यह केस हार्डनिंग की प्रक्रिया है, इस प्रक्रिया में जॉब की बाहरी सतह को कठोर या हार्ड बनाने के लिए हाई फ्रीक्वेंसी करंट को उपयोग में लाया जाता है।
हाई फ्रीक्वेंसी इंडक्शन प्रक्रिया में जॉब के अंदर उत्पन्न हुए करंट के द्वारा ऊष्मा उत्पन्न होती है, क्योंकि करंट का बहाव जॉब की बाहरी सतह पर अधिक होता है, इसलिए इंडक्शन करंट के द्वारा उत्पन्न हुई ऊष्मा जॉब की बाहरी सतह का तापमान अधिक बढ़ाती है।
इंडक्शन करंट की फ्रीक्वेंसी अधिक होने के कारण ऊष्मा जॉब की बाहरी सतह पर और अधिक उत्पन्न होती है।
इस प्रक्रिया को करने के लिए सबसे पहले जॉब के ऊपर इंडक्शन क्वॉयल को लपेटा जाता है, इस क्वॉयल में कॉपर ट्यूब के बने कई लूप होते हैं, जिन्हें ठण्डा रखने के लिए इनके अंदर पानी को प्रवाहित किया जाता है। जब इस क्वॉयल में से हाई इंडक्शन करंट प्रवाहित होता है, तब एक चुम्बकीय क्षेत्र बनता है, जो कि परिमाण तथा दिशा में बदलता रहता है।
जब यह चुम्बकीय रेखाएं क्वॉयल के अंदर रखे भाग से गुजरती हैं, तब उसकी सतह में उसी फ्रीक्वेंसी का करंट उत्पन्न करती है। धातु के प्रतिरोध के कारण जॉब की सतह, अपर क्रिटिकल प्वॉइण्ट तक कुछ ही सेकंड में गर्म हो जाती है।
इस बाद जॉब की क्वेंचिंग कर दी जाती है। जिसके बाद जॉब की बाहरी सतह कठोर हो जाती है, लेकिन जॉब में थर्मल स्ट्रेस नामक दोष उत्पन्न हो जाता है। इस दोष को दूर करने के लिए जॉब को दोबारा से 200°C तक गर्म करके हवा में ठंडा किया जाता है।
क्वेंचिंग क्या है?
जब धातु या जॉब को कठोर बनाने के लिए गर्म किया जाता है, तब उस जॉब को पानी से ठंडा करने की विधि को क्वेंचिंग कहते हैं।
दोस्तों, यदि आपको इंडक्शन हार्डनिंग किसे कहते हैं? पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताएं।
More Information:- नाइट्राइडिंग क्या है?
Telegram पर जुड़ने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें:-