गति (Gati) भौतिकी में, शरीर की स्थिति या अभिविन्यास के समय के साथ बदलती है। किसी रेखा या वक्र के अनुदिश गति को Translation कहते हैं। वह गति जो किसी पिंड के उन्मुखीकरण को बदल देती है, घूर्णन कहलाती है। दोनों ही मामलों में शरीर के सभी बिंदुओं का वेग (निर्देशित गति) और समान त्वरण (वेग के परिवर्तन की समय दर) समान होता है। सबसे सामान्य प्रकार की गति Translation और रोटेशन दोनों को जोड़ती है।
सभी गतियाँ संदर्भ के किसी न किसी फ्रेम के सापेक्ष होती हैं। यह कहना कि एक शरीर आराम पर है, जिसका अर्थ है कि यह गति में नहीं है, इसका मतलब केवल यह है कि इसे संदर्भ के एक फ्रेम के संबंध में वर्णित किया जा रहा है जो शरीर के साथ एक साथ चल रहा है।
गति का सूत्र, गति का समीकरण व न्यूटन की गति के नियम भी यहाँ पर विस्तार से समझाये गए है |
गति की परिभाषा
जब कोई वस्तु अन्य वस्तुओं की तुलना में समय के सापेक्ष में स्थान परिवर्तन करती है, तो वस्तु की इस अवस्था को गति (motion) कहा जाता है। साधारण शब्दों (Simple Words) में गति का अर्थ – वस्तु की स्थिति में परिवर्तन गति (Motion) कहा जाता है।
गति के उदाहरण
दोस्तों, आपने रोड पर चलती कार को देखा है, तो वह कैसे चलती हैं? रोड पर चलती कार गति करती है। तब वह चलती है अर्थात् वह अपनी स्थिति में लगातार परिवर्तन करती रहती है, जिसको गति का नाम दिया गया है। ठीक इसी प्रकार पानी में तैरती नाव, समुद्र में चलता जहाज, हवा या वायु में उड़ता वायुयान आदि गति के उदाहरण हैं।
गति का मात्रक क्या होता है?
गति का मात्रक SI पद्धति में मीटर / सेकंड होता है।
गति का सूत्र- विस्थापन / समय
गति के प्रकार (Types of Motion)
यह निम्न प्रकार से है-
- रेखीय गति (Linear Motion)
- एकसमान गति (Uniform Motion)
- असमान गति (Non-uniform Motion)
- प्रक्षेप्य गति (Projectic Motion)
- वृत्तीय गति (Circular Motion)
- एक समान वृत्तीय गति (Uniform Circular Motion)
- शुद्ध स्थानान्तरीय गति (Translatory Motion)
- घूर्णन गति (Rotational Motion)
- लोटनी गति (Rolling Motion)
- दोलनीय गति (Oscillatory Motion)
1) रेखीय गति किसे कहते हैं?
रेखीय गति सभी गति (gati) का सबसे बुनियादी है। रेखीय गति में, सिस्टम का वर्णन करने वाले सभी वैक्टर की दिशाएं समान और स्थिर होती हैं, जिसका अर्थ है कि वस्तुएं एक ही अक्ष पर चलती हैं और दिशा नहीं बदलती है।
साधारण शब्दों में – जब कोई वस्तु एक सीधी रेखा में चलती है, तो उसे रेखीय गति (Linear Motion) कहते हैैं।
Note- इस गति की धनात्मक व ऋणात्मक दो ही दिशाएं होती हैं।
उदाहरण:- पेड़ से गिरता फल, चलती हुई कार, चलती हुई ट्रेन, रस्सी पर चलती चींटी आदि।
2) एक समान गति किसे कहते हैं?
यदि कोई वस्तु एकसमान गति से यात्रा कर रही है, तो वह एक सीधी रेखा में स्थिर गति से गति कर रही है। उदाहरण के लिए, जब कोई कार स्थिर गति से यात्रा करती है, तो इंजन से चलने वाला बल कार के गतिमान भागों में वायु प्रतिरोध और घर्षण बल जैसे प्रतिरोधक बलों द्वारा संतुलित होता है।
साधारण शब्दों में- जब कोई वस्तु किसी निश्चित दिशा में समान समय में समान दूरी तय करती है, तो उसे एकसमान गति (Uniform Motion) कहते हैं।
उदाहरण:- यदि कोई वस्तु पहले घंटे में 10 किमी, दूसरे घंटे में 10 किमी तथा तीसरे घंटे में 10 किमी चले, तो उसकी गति एकसमान गति (gati) होगी।
3) असमान गति किसे कहते हैं?
जिस प्रकार की गति में वस्तु विभिन्न गति से यात्रा करती है, उसे असमान गति कहते हैं। इसका अर्थ यह है कि वस्तु समान समय अंतराल में समान दूरी तय नहीं करती है। उदाहरण के लिए, एक वाहन की गति, एक लोलक का दोलन। असमान गति को त्वरित गति भी कहा जाता है।
दूसरे शब्दों में- जब कोई वस्तु किसी निश्चित दिशा में समान समय में अलग-अलग दूरी तय करती है, तो उसे असमान गति (Non-uniform Motion) कहते हैं।
उदाहरण:- यदि कोई वस्तु पहले घंटे में 10 किमी, दूसरे घंटे में 15 किमी तथा तीसरे घंटे में 8 किमी चले, तो उसकी गति (gati) असमान गति होगी।
4) प्रक्षेप्य गति किसे कहते हैं?
प्रक्षेप्य गति हवा में फेंकी या प्रक्षेपित किसी वस्तु की गति है, जो केवल गुरुत्वाकर्षण के त्वरण के अधीन है। इस खंड में, हम दो-आयामी प्रक्षेप्य गति पर विचार करते हैं, जैसे कि एक फुटबॉल या अन्य वस्तु जिसके लिए वायु प्रतिरोध नगण्य है।
उदाहरण:- धनुष से छोड़ा गया तीर आदि।
5) वृत्तीय गति किसे कहते हैं?
भौतिकी में, वृत्ताकार गति एक वृत्त की परिधि के साथ किसी वस्तु की गति या एक वृत्ताकार पथ के साथ घूमती है। चूंकि वस्तु का वेग वेक्टर लगातार दिशा बदल रहा है, गतिमान वस्तु घूर्णन के केंद्र की दिशा में एक अभिकेन्द्रीय बल द्वारा त्वरण से गुजर रही है।
साधारण शब्दों में – जब कोई गतिमान वस्तु वृत्तीय मार्ग पर चलती है, तो ऐसी गति को वृत्तीय गति (Circular Motion) कहते हैं।
उदाहरण:- पृथ्वी की गति, लट्टू की गति आदि।
6) एकसमान वृत्तीय गति किसे कहते हैं?
जब कोई वस्तु एक निश्चित बिन्दु को केन्द्र मानकर उसके चारो ओर वृत्तीय पथ पर एक समान चाल से गति करती है तब उसकी गति एकसमान वृत्तीय गति (Uniform Circular Motion) कहलाती है।
दूसरे शब्दों में – जब कोई गतिमान वस्तु वृत्तीय मार्ग पर समान समय में समान दूरी तय करती है, तो वस्तु की ऐसी गति को एकसमान वृत्तीय गति (gati) कहते हैं।
उदाहरण:- सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति।
7) शुद्ध स्थानान्तरीय गति किसे कहते हैं?
जब कोई पिण्ड इस प्रकार की गति करता है कि उसका प्रत्येक कण निश्चित समय में समान दुरी तथा समान दिशा विस्थापित होता है, तब पिण्ड की गति शुद्ध स्थानान्तरीय गति (Translatory Motion) कहलाती है।
8) घूर्णन गति किसे कहते हैं?
घूर्णी गति को एक निश्चित कक्षा में एक वृत्ताकार पथ के चारों ओर किसी वस्तु की गति के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। घूर्णी गति के लिए गतिकी पूरी तरह से रेखीय संबंधी गतिकी के अनुरूप है। … घूर्णी गति में, केवल कठोर पिंडों पर विचार किया जाता है। एक कठोर शरीर एक द्रव्यमान वाली वस्तु है जो एक कठोर आकार रखती है।
साधारण शब्दों में – ऐसी गति जिसमें कोई दृढ पिण्ड या वस्तु किसी स्थिर अक्ष (Axis) पर घूर्णन करता है, उसे घूर्णन गति (Rotation Motion) कहलाती हैं।
उदाहरण- छत पंखे की गति आदि।
9) लोटनी गति किसे कहते हैं?
रोलिंग एक प्रकार की गति है जो एक सतह के संबंध में उस वस्तु के रोटेशन और अनुवाद को जोड़ती है, जैसे कि, यदि आदर्श स्थितियां मौजूद हों, तो दोनों बिना खिसके एक दूसरे के संपर्क में हों। रोलिंग जहां कोई स्लाइडिंग नहीं है, उसे शुद्ध रोलिंग कहा जाता है।
दूसरे शब्दों में – जब कोई वस्तु घूर्णन व स्थानांतरण दोनों प्रकार की गति करती है, तो उसे लोटनी गति (Rolling Motion) कहते हैं।
10) दोलनीय गति किसे कहते हैं?
यदि कोई वस्तु किसी निश्चित बिंदु से ऊपर-नीचे या दाएं-बाएं चलती है, तो ऐसी गति को दोलनीय गति (Oscillatory Motion) कहते हैं।
उदाहरण:- झूले की गति, सरल लोलक की गति आदि।
विमीय के आधार पर गति के प्रकार (Types of Motion Based on Dimensions)
- एक विमीय गति
- द्विविमीय गति
- त्रिविमीय गति
इसके बारे में नीचे विस्तृत से बताया गया है, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
एक विमीय गति ( One Dimensional Motion )
यदि कोई वस्तु अपनी पूरी यात्रा में एक ही दिशा में गति कर रही है तो उसे एक विमीय गति कहते हैं।
उदाहरण- स्वतंत्र रूप से गिरती हुई वस्तु की गति, सीधी सड़क पर ट्रक या कार की गति, सीधे रास्ते पर काम करने वाला आदमी, एक सीधी पटरी पर रेलगाड़ी की गति आदि।
द्विविमीय गति ( Two Dimensional Motion )
जब कोई वस्तु अपनी पूरी यात्रा में दो निर्देशांक में गति कर रही है, उसे द्विविमीय गति कहते हैं।
उदाहरण- कार की वृत्ताकार मार्ग पर गति, डेस्क के ऊपरी सतह पर चलती हुई चींटी की गति, तोप से दागे गए गोले की गति, नदी या नाले में नाव की गति, सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति आदि।
त्रिविमीय गति ( Three Dimensional Motion )
यदि कोई वस्तु अपनी पूरी यात्रा में तीन अक्षों/निर्देशांक में गति कर रही है तो उसे त्रिविमीय गति कहते हैं।
उदाहरण- जाइरोस्कोप की गति, उड़ती हुई पतंग की गति, हवाई जहाज की गति, उड़ते हुए पक्षी की गति आदि।
इन सभी के बारे में विस्तृत में वर्णन निम्न प्रकार से है।
गति के समीकरण
यह निम्न प्रकार से हैं-
- v=u+at – वेग व समय के संबध को बताता है।
- S = ut + 1/2 at² – स्थिति तथा समय के संबंध को बताता है।
- v² – u² =2aS – स्थिति तथा वेग के बीच संबंध को बताता है।
गति के इन तीनों समीकरणों में u = प्रारंभिक वेग, v = अंतिम वेग, a= त्वरण, S = दूरी, t = समय होता है।
Dusre gati ke bare me btao
ye kya bol rhi ho
THIK TO HAI