स्क्रू चूड़ी किसे कहते हैं?
Screw thread in hindi:-“किसी बेलाकार या शंक्वाकार वस्तु की बाहरी या अन्दरूनी सतह पर हेलिक्स कोण पर समान आकार की मेंड अथवा ग्रूव्ज को चूड़ी (thread) कहते हैं”।
बेलनाकार सतह पर बने ये ग्रूव्स हेलिक्स तथा शंक्वाकार सतह पर बने ये ग्रूव्स स्पाइरल (spiral) कहलाते हैं।
स्क्रू चूड़ी के मुख्य भाग
1.क्रैस्ट
चूड़ियों का सबसे ऊपरी सिरा क्रैस्ट (crest) कहलाता है। (स्क्रू चूड़ी)
2.रूट
चूड़ियों के ग्रूव की सबसे निचली सतह रुट (root) कहलाती है।
3.फ्लैंक
चूड़ियों की साइडों की सतहें फ्लैंक (flank) कहलाती हैं।
4.पिच
दो बराबर वाली चूड़ियों पर स्थित संगम बिंदुओं के मध्य अक्ष के समान्तर दूरी को पिच (pitch) कहते हैं। इसे अंग्रेजी के अक्षर ‘P’ द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
5.पिच लाइन
चूड़ियों की गहराई के बीच से निकली रेखा को पिच लाइन (pitch line) कहते हैं।
6.पिच व्यास
गहराईइनों पर पिच बिंदुओं के व्यास को पिच व्यास (pitch dia) कहते हैं। इसे PD के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
7.मेजर डायमीटर
किसी भी चूड़ीदार भाग की अक्ष के लम्बवत् मापा गया उसका अधिकतम व्यास मेजर डायमीटर (major dia) कहलाता है। इसे ‘D’ से प्रदर्शित किया जाता हैं।
8.माइनर डायमीटर
यह किसी चूड़ीदार भाग की अक्ष (axis) के लम्बवत् मापा गया न्यूनतम व्यास है। इसे ‘d’ से प्रदर्शित किया जाता है।
9.चूड़ी की गहराई
किसी चूड़ी के क्रैस्ट से उसके रुट के बीच की गहराई चूड़ी की गहराई (depth of thread) कहलाती है।
t= D-d/2
10.चूड़ी कोण
यह किन्ही दो साथ – साथ मिले फ्लैंकों (flanks) के बीच बना कोण होता है; जैसे- मीट्रिक चूड़ियों का चूड़ी कोण 60° होता है। इसे ‘एल्फा’ से प्रदर्शित किया जाता है।
11.फ्लैंक कोण
चूड़ी कोण का आधा फ्लैंक कोण या लीड कोण (lead angle) कहलाता है।
12.लीड
किसी स्क्रू पर चलता हुआ नट एक चक्कर में जितनी दूरी चलता है वह उसकी लीड (lead) कहलाती है। सिंगल स्टार्ट चूड़ी में लीड व पिच समान होती हैं। मल्टी स्टार्ट चूड़ी में लीड, पिच तथा नम्बर ऑफ स्टार्ट के गुणनफल के बराबर होती है।
लीड = पिच × नम्बर ऑफ स्टार्ट
13.हेलिक्स कोण
हेलिक्स द्वारा पिच व्यास पर लम्ब के साथ बनाया कोण हेलिक्स कोण (helix angle) कहलाता है।
14.चूड़ी की संख्या
एक इंच लम्बाई में चूड़ियों की कुल संख्या को चूड़ी की संख्या (number of thread) कहते हैं।
15.चूड़ी की मोटाई
पिच रेखा पर या चूड़ी की दो समीपवर्ती साइडों के बीच की दूरी को चूड़ी की मोटाई (width of thread) कहते हैं।
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