दोस्तों, मैंने इस पोस्ट में स्टील क्या है? स्टील बनाने की विधियां, स्टील के गुण व प्रकार इत्यादि के बारे में बताया है, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए। तो चलिए शुरू करते हैं-
स्टील क्या है? (What is Steel?)
यह लौह धातुओं से मिलकर बनाई जाती है, जिसमें से इसको बनाने के लिए लोहा, कार्बन, मैंगनीज व सिलिकॉन आदि का उपयोग किया जाता है। वैसे तो इसको बनाने के लिए सामान्यतः कच्चे लोहे का उपयोग किया जाता है, परंतु कभी-कभी रॉट आयरन का उपयोग किया जाता है।
स्टील के प्रकार (Types of Steel)
यह काम के अनुसार विभिन्न प्रकार की बनाई जाती है, यह मुख्यत: निम्न दो प्रकार की होती है-
- प्लेन कार्बन स्टील
- अलॉय कार्बन स्टील
1.प्लेन कार्बन स्टील
इस प्रकार की स्टील कार्बन और आयरन को मिलाकर बनाई जाती है, इस स्टील के गुण व उपयोग इसमें उपस्थित कार्बन की मात्रा पर निर्भर करते हैं। यह स्टील तीन प्रकार का होता है-
(i)लो कार्बन स्टील
इस प्रकार की स्टील में कार्बन की प्रतिशत मात्रा 0.15% से 0.25% तक उपस्थित होती है, इस स्टील में कार्बन की बहुत कम मात्रा पाई जाती है, इस लिए इसे लो कार्बन स्टील कहते हैं, इसमें आघातवर्धनीयता और तन्यता का गुण पाया जाता है, इसलिए इसे शीट्स और तार में आसानी से बदला जा सकता है। इसको ऊष्मा उपचार की विधि से केस हार्डनिंग करके कठोर बनाया जाता है।
इस स्टील से ट्यूब, बॉयलर प्लेटें, तार, चादर या शीट्स, एक्सिल, क्रैंक, शाफ्ट, एंगिल आयरन, टी-आयरन, चैनल, एंगिल-आयरन आदि बनाए जाते हैं।
(ii)मीडियम कार्बन स्टील
इसमें कार्बन की मात्रा 0.25% से 0.75% प्रतिशत तक होती है, इसमें कार्बन की मात्रा लो कार्बन स्टील की अपेक्षा अधिक होने के कारण, इसकी सामर्थ्य लो कार्बन स्टील से अधिक होती है, इसको भी ऊष्मा उपचार द्वारा कठोर बनाया जा सकता है। इस स्टील का उपयोग तार, रिवेट, ट्यूब, हैमर, एक्सिल आदि को बनाने में किया जाता है।
(iii)हाई कार्बन स्टील
इस स्टील में कार्बन की मात्रा 0.75% से 1.5% तक होती है, इसको भी ऊष्मा उपचार की विधियां जैसे- हार्डनिंग व टैम्परिंग द्वारा कठोर व काम योग्य बनाया जा सकता है। इसका उपयोग कटिंग टूल, टैप, छेनी, ड्रिल, रेतियाँ, हैक्सॉ का ब्लेड, गियर, हाई-ब्लॉक आदि को बनाने में किया जाता है।
2.अलॉय कार्बन स्टील
जब प्लेन स्टील में कुछ अन्य धातुएं कम मात्रा में मिला दी जाएं, तो प्लेन स्टील के यान्त्रिक गुणों बदलाव हो जाता है, तो इस स्टील को अलॉय स्टील (Alloy Steel) कहते हैं।
अलॉय स्टील के प्रकार (Types of Alloy Steel)
यह दो प्रकार की होती है-
(i)लो अलॉय स्टील
(ii)हाई अलॉय स्टील
हाई अलॉय स्टील के प्रकार
यह भी निम्न प्रकार से हैं-
- क्रोमियम स्टील
- निकिल स्टील
- हाई स्पीड स्टील
- स्टेनलैस स्टील
- मैंगनीज स्टील
- कोबाल्ट स्टील
- मॉलिब्डेनम स्टील
- टंग्स्टन स्टील
- वेनेडियम स्टील
- सिलिकॉन स्टील
स्टील के गुण
यह निम्न प्रकार से है-
- इसमें तन्यता, आघातवर्धनीयता, कठोरता व घर्षणरोधी आदि गुण पाए जाते हैं।
- इसका गलनांक लगभग 1535°C होता है।
- इसमें ठण्डी अवस्था में चुम्बकीय गुण पाया जाता है।
- स्टील में उच्च तनन सामर्थ्य होती है।
- इसमें संपीडन सामर्थ्य भी होती है।
दोस्तों, यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट व शेयर करें। हमसे जुड़ने के लिए टेलीग्राम चैनल (Telegram Channel) व इंस्टाग्राम (Instagram) को ज्वॉइन करें।
More Information:- रॉट आयरन क्या है? इसके उपयोग
Best sar ji